अपहरणकर्ता के चंगुल से मुक्त होकर वेडनसडे को घर पहुंचा रनवीर, सेलीब्रेट किया बर्थडे

जागते हुए कटी परिवार के ज्यादातर सदस्यों की रात, बेटा घर पहुंचा तो बदल गया माहौल

PRAYAGRAJ: बेटे के छठें बर्थडे के मौके पर मां को अनमोल गिफ्ट बेटे के रूप में मिला. 24 घंटे पहले ही उसे अपहृत कर लिया गया था. पूरे परिवार की रात आंखों ही आंखों में कटी. भोर में बच्चे को लेकर पुलिस और रिश्तेदार घर पहुंचे तो मां उसे गले से लगाकर फफक पड़ी. पूरे दिन परिवार में जश्न जैसा माहौल रखा. रनवीर भी मां की गोद में पहुंचने के बाद नार्मल फील करने लगा. दोपहर तक पूरा परिवार रनवीर के इर्द-गिर्द ही रहा.

अपहरण सुनकर पहुंचे थे रिश्तेदार

अल्लापुर में यूको बैंक के सामने स्थित अभिषेक सिंह के घर पर मंगलवार को ही रिश्तेदार और शुभचिंतक पहुंचने लगे थे. रात दस बजे तक सबके माथे पर शिकन थी. रात 11 बजे बच्चा सही सलामत मिल जाने की पुष्टि हो गयी तो सबकी जान में जान आ गयी थी. इसके बाद शुरू हो गया था रनवीर के घर पहुंचने का इंतजार. बुधवार की सुबह से ही नाते-रिश्तेदारों के साथ मोहल्ले के लोगों जमावड़ा लग गया. भोर में चार बजे के करीब उसे सही सलामत लेकर पुलिस टीम फूफा व पिता घर पहुंचे तो सबकी खुशी का ठिकाना नहीं था.

पुराने गाड़ी चालक ने किया था अपहरण

ब्वायज हाईस्कूल प्रिमाइस से लगे स्थित बिल्डिंग में नेशनल स्पो‌र्ट्स एकेडमी चलती है. यहां बच्चों को जिम्नास्टिक की ट्रेनिंग दी जाती है. मंगलवार शाम अभिषेक के घर पहले ड्राइवर के रूप में काम करने वाले झूंसी निवासी संजय यादव ने रनवीर को अगवा कर लिया था. रनवीर अल्लापुर निवासी ठेकेदार अभिषेक सिंह उर्फ पंकज के दो बेटों में छोटा है. उसका बड़ा भाई अयान भी उसी के साथ सेंट जोसफ में पढ़ाई करता है. बर्थ-डे के एक दिन पूर्व रनवीर का अपहरण हो जाने से पूरे परिवार में कोहराम की स्थिति थी. परिवार के साथ सूचना पर पहुंचे कुछ नाते रिश्तेदारों के दिल में भी गम और गुस्से का गुबार था. सभी किसी भी अनहोनी की आशंका से ग्रसित थे. हर कोई रनवीर के सुरक्षित वापस घर लौटने की ईश्वर से प्रार्थना करने लगा. सभी की दुआएं ईश्वर ने कबूल की तो 'जाको राखे साइयां मार सके ना कोय' का जीवंत उदाहरण सभी के सामने आ गया.

पिता रात एक बजे निकले बेटे को लेने

बेटे के सुरक्षित मिलने की खबर पाते ही अभिषेक रात एक बजे सुरियावां के लिए रवाना हो गए. करीब ढाई बजे वह सुरियावा थाने पहुंचे और अपने जीजा भानु प्रताप सिंह के साथ भोर चार बजे घर वापस लौटे. रनवीर के घर पहुंचते ही पूरे परिवार के मुरझाए चेहरे पर खुशी थिरकने लगी. बुधवार 22 मई को रनवीर का बर्ड-डे था. अपहरणकर्ता के चंगुल से छूट कर सुरक्षित घर पहुंचा रनवीर अपने बर्थ-डे पर पूरे परिवार के लिए किसी अनमोल गिफ्ट की तरह है.