--STF के हत्थे चढ़े इंटरनेशनल डान बनंजा राजा उर्फ राजा शेट्टी गैंग के तीन गुर्गे

- कर्नाटक की जेलों में बनारस के बंद बदमाश तीनों को कर रहे थे ऑपरेट

-रोहनिया में सर्राफा कारोबारी से मांगी थी 15 लाख रुपये की रंगदारी

VARANASI: बनारस में रंगदारी के चल रहे खेल के कर्नाटक कनेक्शन का पर्दाफाश मंगलवार को एसटीएफ ने किया। इस दौरान रोहनिया के एक सर्राफा कारोबारी से क्भ् लाख रुपये की रंगदारी मांगने वाले तीन बदमाशों को एसटीएफ ने अरेस्ट कर लिया। इनसे हुई पूछताछ में इस बात का खुलासा हुआ है कि तीनों बदमाश इंटरनेशनल डान बनंजा राजा उर्फ राजा शेट्टी गैंग के लिए काम करते थे। और ये बनारस में ही रहकर कर्नाटक के इस गैंग को मजबूत करने में जुटे हुए थे। पुलिस के मुताबिक पकड़े गए बदमाश कर्नाटक की जेल में बंद कुछ क्रिमिनल्स से लगातार सम्पर्क में थे और जेल में बंद उनके आका ही यहां के कारोबारियों को फोन कर रंगदारी की मांग करते थे, न देने पर उन पर हमले कराकर अन्य व्यापारियों को भी डराते थे। गिरफ्तार तीनों बदमाशों के पास से फ्क्भ् बोर के दो तमंचे, छह कारतूस, चार मोबाइल फोन, पांच सिम कार्ड के अलावा अलग-अलग बैंक्स में जमा किए गए रुपयों के स्लिप भी बरामद किए हैं।

बिछाया जाल

एसटीएफ ऑफिसर्स के मुताबिक कर्नाटक के नामी क्रिमिनल राजा बनंजा गैंग की पूर्वाचल के कई जिलों में एक्टिव होने की इंफॉर्मेशन यूपी एसटीएफ को लगातार मिल रही थी। इसमें इस गैंग की ओर से पूर्वाचल में कारोबारियों से रंगदारी मांगने और उन पर जानलेवा हमले करने की सूचनाएं भी शामिल थीं। इसी बीच रोहनिया के सर्राफा कारोबारी संतोष सेठ से क्भ् लाख की रंगदारी मांगने और न देने पर निर्धारित डेट तक उसे गोली मारने की मिली धमकी ने एसटीएफ की नींद उड़ा दी। इस पर एसटीएफ के एसएसपी ने एसपी एसटीएफ डॉ। अरविंद चतुर्वेदी को मामले की जांच सौंपी। जिसके बाद गोरखपुर व बनारस एसटीएफ ने मिलकर राजा शेट्टी गैंग के मेम्बर्स के बारे में जानकारी जुटानी शुरू की।

जेल से हो रहा था खेल

इस दौरान एसटीएफ को ये क्लू मिला की राजा शेट्टी गैंग का शार्प शूटर जावेद उर्फ अजय जो कि अहोपुर जंसा का रहने वाला है वो प्रेजेंट में कर्नाटक के मैंगलोर जेल में बंद है और वहीं से अलग-अलग मोबाइल नंबरों से बनारस में कारोबारियों से रंगदारी मांग रहा है। इस सूचना के बाद एसटीएफ इंस्पेक्टर शैलेश प्रताप सिंह व एसआई एसपी सिंह ने अजय का लोकल कनेक्शन तलाशना शुरू किया। इस दौरान रोहनिया में सर्राफा से क्भ् लाख रुपये की रंगदारी मांगने की सूचना पर एसटीएफ फास्ट हुई। उसने जाल बिछाने के बाद इस गैंग से जुड़े सलमान उर्फ बाबू निवासी अहोपुर जंसा, सुहैल और प्रशांत सिंह उर्फ सोनल निवासी भिखारीपुर मिर्जामुराद को मंगलवार की सुबह रोहनिया के करीमुलानगर से तब पकड़ा जब ये तीनों सर्राफा कारोबारी पर हमला करने की प्लैनिंग कर रहे थे।

गोरखपुर से आये थे शूटर

पूछताछ में गिरफ्तार आरोपी सलमान ने बताया कि कर्नाटक जेल से रंगदारी मांगने वाला जावेद उसका सगा भाई है। उसने ही उसे, प्रशांत, सुहैल व आकाश उर्फ ईशू को अलग-अलग एरिया में व्यापारियों से रंगदारी मांगने के लिए चुना था। सलमान ने बताया कि वो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बाकी बदमाशों से जावेद की फोन पर बात कराता था। इस दौरान इन लोगों ने बनारस के तीन कारोबारियों पर हमला कर रंगदारी मांगने की प्लैनिंग की थी। इस काम में जावेद ने कर्नाटक मैंगलोर जेल में बंद गोरखपुर के एक बदमाश नीरज श्रीवास्तव की मदद ली थी। उसके इशारे पर कुछ शूटर यहां आ पहुंचे थे लेकिन कुछ करते उससे पहले ही पकड़ लिए गए। जावेद ने बताया कि उसने कर्नाटक में अलग-अलग बैंकों में कई व्यापारियों से रुपये भी जमा कराये हैं। जबकि गिरफ्तार दूसरे बदमाश प्रशांत ने बताया कि उसने बैंक में एक खाता खुलवा रखा था। जिसमें धमकाये गए व्यापारियों से वह रुपये मंगवाता था और फिर उसे जावेद के बैंक खाते में ट्रांसफर कर देता था। इस काम को अंजाम देने के लिए वह गाड़ी और फर्जी नाम पते पर सिम कार्ड भी मैनेज करता था।