- चौक के ठठेरी बाजार में हुई डकैती की वारदात के बाद पुलिस संग क्राइम ब्रांच पहुंची जिला जेल, संतोष शुक्ला समेत हाल में पकड़े गए शातिरों से पूछताछ

- छापेमारी को बनी 16 टीमें, गैर जनपदों के पुलिस वाले भी शामिल, सीसी फुटेज के आधार पर तैयार हो रहा है स्केच

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चौक के ठठेरी बाजार में सर्राफा संजय अग्रवाल की दुकान पर हुई शहर की अब तक की सबसे बड़ी डकैती की वारदात के तार जेल से जुड़ने लगे हैं। जिसके बाद पुलिस संग खुफिया विभाग और क्राइम ब्रांच सक्रिय हो गई है। सोर्सेज के मुताबिक अब तक के मिले क्लू के मुताबिक सर्राफा कारोबारी के यहां हुई इस वारदात के पीछे जेल के ही कुछ शातिरों का दिमाग हो सकता है क्योंकि जेल में बंद संतोष शुक्ला समेत हाल ही में पड़ाव पर सर्राफा कारोबारी की हत्या कर उसे लूटने के मामले में पकड़े गए दिनेश सिंह उर्फ सोनू, रजत सेठ व अन्नू सेठ से पूछताछ करने के लिए रविवार को पुलिस फोर्स संग क्राइम ब्रांच जिला जेल पहुंच गई। घंटों की पूछताछ के बाद टीम वापस तो लौट गई है लेकिन सवाल ये पैदा होने लगा है कि क्या जेल के अंदर से इस सबसे बड़ी डकैती को अंजाम दिया गया था?

हाल में आया था बाहर

सोर्स के मुताबिक जांच में शातिर बदमाश संतोष शुक्ला समेत हाल में लूट के मामले में पकड़े गए दिनेश सिंह उर्फ सोनू पर पुलिस को शक है। वजह संतोष पक्के महाल और इससे जुड़े कई बड़े व्यापारियों की थाह रखता है। वहीं दिनेश शातिर लुटेरा है और हाल में पटना के सर्राफा कारोबारी की हत्या कर लूटने के मामले में दो दिन पहले ही पकड़ा गया है। जबकि दो माह पहले भी लूट के मामले में ही इसे जमानत मिली थी। पुलिस को शक है कि इनके या फिर जेल में बंद कुछ दूसरे शातिरों के दिमाग से डकैती को अंजाम दिया गया है। फिलहाल पुलिस कुछ लोगों को जेल से रिमांड पर लेकर पूछताछ करने की तैयारी में जुट गई है। पुलिसिया सोर्सेज के मुताबिक दिनेश के तीन साथी अब भी फरार है जिनका हाथ पड़ाव लूटकांड में है। इसलिए इनकी तलाश भी तेज कर दी गई है।

आस पास के हर जिले में छापेमारी

सर्राफा कारोबारी संजय अग्रवाल के यहां हुई वारदात के बाद आईजी एम रविंद्र के निर्देश पर प्रभारी एसएसपी ने पुलिस व क्राइम ब्रांच की 16 टीमें गठित की है। इस टीम में चंदौली और मिर्जापुर समेत गाजीपुर की पुलिस और क्राइम ब्रांच को भी लगाया गया है। एसटीएफ की भी मदद ली जा रही है। पश्चिम उत्तर प्रदेश से बिहार तक सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है। दालमंडी, सर्राफा मंडी क्षेत्र में रहने वाले हिस्ट्रीशीटरों को भी खंगाला गया है। आधा दर्जन से अधिक संदिग्ध लोगों को उठाया गया है जिनसे पूछताछ की जा रही है। इस मामले की विवेचना कर रहे इंस्पेक्टर चौक टीबी सिंह ने बताया कि कुछ लीड मिले हैं जिसके आधार पर प्रयास किया जा रहा है।

छह नहीं नौ थी बदमाशों की संख्या

सर्राफा फर्म में डकैती की वारदात पूरे प्लांड वे में की गई है। जांच में पता चला है कि पुलिस डकैती में जिन छह बदमाशों का हाथ मान रही थी असल में उनकी संख्या नौ थी। पांच बदमाश फर्म के अंदर, मेन दरवाजे पर थे जबकि चार आसपास की चाय-पान की दुकानों से निगरानी कर रहे थे। वारदात को अंजाम देने में एक बाइक का भी यूज हुआ है। सीसीटीवी फुटेज में बाइक सवार एक बदमाश काले रंग के बैग के साथ देखा गया है। उसके पास तीन बदमाश आ-जा रहे थे।

तितर बितर होकर भागे सभी

ठठेरी बाजार में वारदात को अंजाम देने के बाद बदमाश उसके ठीक सामने सड़क पार स्थित गोविंदपुरा की गली से भागे और आगे जाकर अलग-अलग रास्ते को चुनकर सभी निकल गए। बदमाशों के रूट का पता चलने के बाद पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज के आधार पर उनके स्केच तैयार कराने शुरू कर दिए हैं। इसके लिए इलाहाबाद से एक एक्सपर्ट को बुलाकर उसकी मदद ली जा रही है। ठठेरी बाजार, गाविंदपुरा, कुंदी टोला, छत्तातले आदि मोहल्लों की दुकानों व मकानों में लगे दर्जन भर सीसीटीवी कैमरे के फुटेज जुटाए गए है। इन फुटेज के आधार पर कुछ संदिग्ध चेहरों की पहचान भी हुई है।