RANCHI: अपनी मौत से 2 दिन पहले प्रशांत कुमार उर्फ हजारी सुखदेव नगर थाना हाजत से पीआर बांड पर छूटा था। पुलिस ने उसे एक फैक्ट्री में रंगदारी के मामले में हिरासत में लिया था। बाद में पुलिस ने उसे पैरवी के आधार पर छोड़ दिया था और भविष्य में कुछ ना करने का भी बॉन्ड भरवाया था। पर, जब हजारी अपने घर पहुंचा तो उसे अपने ही घर पर मौत मिली। गौरतलब हो कि रविवार को सुखदेव नगर थाना क्षेत्र के इंद्रपुरी रोड नंबर पांच में जिस युवक प्रशांत राज श्रीवास्तव उर्फ हजारी की हत्या नाली विवाद में करने की बात कही गई है। सोमवार को हत्या के आरोपी जीजा ने कोतवाली थाने में सीआईडी के समक्ष स्वीकार किया कि हजारी से उनलोगों का कोई नाली विवाद नहीं था। छोटा-मोटा विवाद था। उसने पुलिस को बताया कि यह विवाद पिछले 22 फरवरी से चला रहा था।

क्या कहती है पुलिस

पुलिस ने अपनी छानबीन के बाद बताया कि प्रशांत उर्फ हजारी के आतंक से इंद्रपुरी रोड नंबर पांच के बहुत से लोग परेशान थे। जमीन का कारोबार करने वाले एक व्यक्ति रविंद्र शर्मा भी उसकी करतूतों से आजिज आ जा चुका था। वह कई बार उसे समझाने की कोशिश करता, लेकिन वह नहीं मानता था। रविंद्र शर्मा जमीन के कारोबार में लिप्त है। मुहल्ले के लोगों के मुताबिक, प्रशांत हजारी अपने ही रंग में रहता था। वह किसी की बात को जल्दी नहीं सुनता था। यही वजह है कि प्रशांत उर्फ हजारी की लड़ाई उसके पड़ोसियों के साथ हुई।

फिंगर प्रिंट जांच को भेजा चाकू

जब सीआईडी अधिकारी ने महिला के पति से पूछताछ की तो गिरफ्तार महिला के पति द्वारा बताया गया कि कुछ आपसी विवाद के कारण ही उस पर हमला किया गया। जिस चाकू से प्रशांत की मौत हुई थी, वो प्रशांत का बताया जा रहा है। पुलिस ने उस चाकू को बरामद कर लिया है। चाकू बरामद होने के बाद पुलिस ने उस पर फिंगर प्रिंट की जांच के लिए फोरेंसिक विभाग को भेज दिया है।