ग्रुप बनाकर ले रहे थे लोकसभा प्रत्याशी का आवेदन

हंगामा होने पर पुलिस ने शांति भंग पर किया चालान

Meerut. पुलिस ने लोकसभा प्रत्याशी के नामांकन के लिए आवेदन पत्र लेने आए तीन लोगों को पकड़ का हवालात में डाल दिया. उनका शांति भंग में चालान कर दिया. जहां से कोर्ट ने उन्हें जेल ेज दिया.

क्या है मामला

विकास, शुभम, अभिनव व एडवोकेट विनीत के साथ काफी संख्या में दिव्यांग लोकसभा के प्रत्याशी का फार्म लेने के लिए कमिश्नरी चौराहे पर पहुंचे. वह कलेक्ट्रेट में जाने लगे. इसी दौरान कमिश्नरी गेट पर लगी बेरिकेडिंग पर उन्हें सीओ दिनेश शुक्ला व हरिमोहन समेत कई थानों की पुलिस ने रोक उन्हें लिया. दिव्यांगों ने कहा कि वह चुनाव लड़ना चाहते है. उन्हें फार्म दिलाया जाए.

भारी पड़ी जिद

पुलिस ने कहा कि फार्म सभी को एक साथ नहीं मिल सकता है. वह एक-एक करके अकेले आएं. इसके बाद उन्होंने अंदर जाने की जिद की तो पुलिस ने उनके नाम पते नोट किए. इसके बाद विकास, शुभम व अभिनव व एडवोकेट विनित को सिविल लाइन पुलिस ने हिरासत में लेकर गाड़ी में डाल लिया. उन्हें थाना सिविल लाइन थाने लेकर आई. इसके बाद पुलिस ने एडवोकेट विनीत को छोड़ दिया. विकास, शुभम व अभिनव का शांति भंग में चालान कर दिया. इंस्पेक्टर सिविल लाइन अब्दुल रहमान का कहना है कि अभिनव, विकास व शुभम कलेक्ट्रेट में हंगामा मचा रहे थे. वह ग्रुप बनाकर शहर नामांकन स्थल तक आए था. इसलिए उनका शांति भंग में चालान किया गया. कोर्ट ने उन्हें जेल भेजने के आदेश दिए.

गिरफ्तारी से हुए गायब

जब पुलिस ने तीन युवकों को गिरफ्तार किया तो उनके साथ आए काफी संख्या में दिव्यांग वहां से गायब हो गए. एसपी सिटी अखिलेश कुमार का कहना है कि लोकसभा प्रत्याशी के आवेदन सभी को निशुल्क उपलब्ध हैं. यह वहां पर ग्रुप बनाकर हंगामा कर रहे थे. इसलिए उन्हें पकड़ा गया है.

संगठन विशेष से फंडिंग

उप जिला निर्वाचन अधिकारी एडीएम प्रशासन रामचंद्र ने बताया कि दो दिन से यह लोग हंगामा करके चुनाव प्रक्रिया को प्रभावित कर रहे थे. प्राथमिक जांच में सामने आया है कि नामांकन-पत्र खरीदने पहुंचे इन लोगों को एक संगठन विशेष द्वारा फंडिंग की जा रही है. संगठन के पदाधिकारियों और उनके सहयोगियों का भी पता लगाया जा रहा है. नामांकन पत्र सभी को दिए जा रहे हैं.