- बाल संप्रेक्षण गृह में पेशी के बाद जिला कारागार ले जाए जा रहे थे बंदी

- विक्टोरिया पार्क के पास सात बदमाशों ने दिया वारदात को अंजाम

- काफी मशक्कत के बाद पुलिस ने एक बंदी को किया गिरफ्तार

Meerut: बागपत में पुलिस कस्टडी से बदमाशों द्वारा छुड़ाया गया अमित भूरा अभी गिरफ्तार नहीं हुआ था कि अब मेरठ के थाना सिविल लाइन एरिया में सात बदमाशों ने पुलिस कस्टडी से तीन बंदियों को पुलिस पर हमला करके छुड़ा लिया। पुलिस ने विरोध किया तो फायरिंग भी कर दी। बंदियों ने भी पुलिस कर्मी की गाड़ी में जमकर पिटाई की। पुलिस ने एक बंदी को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि दो अभी भी फरार है। सिविल लाइन पुलिस ने मुकदमा कायम कर लिया है।

क्या है मामला

चौधरी चरण सिंह जिला कारागार में मोनू पुत्र कालीचरण निवासी अच्छरौंडा परतापुर, अरविंद्र पुत्र रामवीर कश्यप मोहल्ला धर्मपुरी दौराला, हिमांशु उर्फ नर्सी निवासी मोदीनगर, शौकिन पुत्र भुट्टो निवासी मुंडाली, सलमान, शाकिब पुत्र बिलाल निवासी सदर और कालू पुत्र अग्रसेन निवासी परीक्षितगढ़ बंद हैं। जिन्हें कांस्टेबल जिले सिंह, नील कमल, कुलदीप, मनोज, दया चंद त्यागी और चालक रमेश पेशी पर बाल संप्रेक्षण गृह में कोर्ट में पेशी पर लाए थे। सुरक्षा कर्मी पेशी से वापस जेल जा रहे थे, जैसे ही विक्टोरिया पार्क के पास स्पो‌र्ट्स कालोनी के सामने पहुंचे तो तीन बाइक पर सवार सात बदमाश आ गए। इसी दौरान बंदियों ने चालक से गाड़ी रोकने के लिए कहा तो पुलिस कर्मियों ने बंदियों से विरोध जताया। बाहर आए अज्ञात बदमाशों से गाली गलौज शुरू कर दी और हथियार निकाल लिए। इसी दौरान बंदियों ने पुलिस कर्मियों की पिटाई करनी शुरू कर दी। जिसके बाद मोनू, अरविंद और हिमांशु फरार हो गए, जबकि शौकिन, सलमान, शाकिब और कालू फरार होने में नाकाम रहे, क्योंकि पुलिस कर्मियों ने मोर्चा संभालते हुए पिटाई कर चारों पर काबू पा लिया था। बंदियों से हुए मुकाबले में दया चंद्र चोटिल हो गए, जिसका उपचार कराया गया। कंट्रोल रूम की सूचना फ्लैश होते ही पुलिस एक्टिव हो गई और चैकिंग अभियान शुरू हो गया। काफी देर बाद पुलिस के हत्थे हिमांशु चढ़ गया, जिसको पुलिस ने गिरफ्तार कर पूछताछ की।

आईजी डीआईजी ने संभाली कमान

तीन की फरारी की सूचना फ्लैश होते ही पुलिस प्रशासन हरकत में आ गया। आनन-फानन में मौके पर पहुंचे आईजी आलोक शर्मा, डीआईजी रमित शर्मा ने मोर्चा संभाल लिया। पहले से ही मौके पर मौजूद एसएसपी ओंकार सिंह ने पूरे मामले की जानकारी की। सभी पुलिस कर्मियों से अधिकारियों ने पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि सात पुलिस कर्मियों ने फायरिंग करते हुए हमला बोल दिया, जिसके बाद बंदियों को लेकर बदमाश फरार हो गए।

मुकदमा कायम, जांच पड़ताल शुरू

सिविल लाइन इंस्पेक्टर इकबाल अहमद कलीम ने बंदी मोनू, अरविंद और हिमांशु और सात अज्ञात बदमाश जो छुड़ाकर ले गए हैं, उनके खिलाफ मुकदमा कायम कर लिया है। कांस्टेबल जिले सिंह की तहरीर पर पुलिस ने आईपीसी की धारा क्ब्7, क्ब्8, क्ब्9, फ्07, फ्भ्फ्, फ्फ्ख्, 7 क्रिमिनल एक्ट के तहत मुकदमा कायम कर जांच पड़ताल शुरू कर दी है। इंस्पेक्टर इकबाल अहमद कलीम ने बताया कि सभी हिमांशु से पूछताछ चल रही है, दबिश दी जा रही है, जल्द ही आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

इन्होंने कहा

तीन बंदियों को सात बदमाश छुड़ाकर ले गए थे, जिसमें से एक को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस पूरे मामले की जांच पड़ताल कर रही है। जल्द ही फरार हुए बंदियों के साथ-साथ छुड़ाने वालें बदमाशों को भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा।

ओंकार सिंह

एसएसपी