- आपराधिक मुकदमे में नामजद लोगों के शस्त्र लाइसेंस की जांच करेगा जिला प्रशासन

- बनाई जाएगी कमेटी, जांच के बाद शुरू होगा निरस्तीकरण का सिलसिला

GORAKHPUR: अगर आप पर आपराधिक मुकदमा दर्ज है और आपके पास लाइसेंसी असलहा है तो आपकी बैंड बजने वाली है। क्योंकि शासन के आदेश पर अब जिला प्रशासन ऐसे लाइसेंसी असलहाधारियों की कुंडली तैयार करने जा रहा है जिनपर आपराधिक मुकदमा पंजीकृत है। ऐसे सभी लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की तैयारी में प्रशासन जुट गया है।

दो दर्जन से ज्यादा लाइसेंस धारकों पर मुकदमे

गोरखपुर जिले में कुल 22010 लाइसेंसी असलहे पंजीकृत हैं। इनमें से करीब दो दर्जन से ज्यादा ऐसे असलहाधारी हैं जिनपर आवेदन के दौरान आपराधिक मुकदमा पंजीकृत नहीं था, लेकिन बाद में आपराधिक मुकदमा पंजीकृत हुआ है। लेकिन इनके पास मौजूद लाइसेंसी असलहे को लेकर प्रशासनिक कार्रवाई अभी तक नहीं की गई है। जबकि पुलिस विभाग की तरफ से यह दावा किया जाता रहा है कि आपराधिक छवि वाले असलहाधारियों की सूची जिला प्रशासन के पास भेज दी जाती है। अब ऐसे आपराधिक छवि वाले असलहाधारियों की कुंडली तैयार किए जाने की कवायद शुरू कर दी गई है।

बॉक्स

रिन्युअल में हुआ है खेल

जिला प्रशासन की तरफ से मिली जानकारी के मुताबिक, आपराधिक छवि वाले शस्त्र लाइसेंसधारियों के खिलाफ कार्रवाई व लाइसेंस कैंसिल होने की जगह आपराधिक छवि वालों के असलहे कैसे रिन्युअल हो गए, इसकी भी जिला प्रशासन के अधिकारी जांच करेंगे। रिन्युअल के खेल में किस प्रकार से शस्त्र लाइसेंस के जिम्मेदार अधिकारी व कर्मचारियों ने मिलीभगत कर लाइसेंस इश्यू करवाया है। इस मामले में भी जिम्मेदारों के खिलाफ जांच कर कार्रवाई की प्लानिंग कर ली गई है।

वर्जन।

शस्त्र लाइसेंस में किसी प्रकार की गड़बड़ी होने पर कार्रवाई की जाती है। लाइसेंस जारी होने से पहले पुलिस वेरिफिकेशन होता है। उसके बाद ही लाइसेंस इश्यू होता है। ऐसे लाइसेंसधारक जिनपर आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं, उनपर कार्रवाई की जाएगी।

- के विजयेंद्र पांडियन, डीएम