RANCHI : रांची में 10 से 100 रुपए का नन ज्यूडिशियल स्टांप खोजने से नहीं मिल रहा है। लोग ट्रेजरी से लेकर स्टांप वेंडर का चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन उन्हें स्टांप नहीं मिल रहा है। स्टांप की किल्लत को लेकर बैंक में भी लोगों को परेशानी झेलनी पड़ रही है। गौरतलब हो कि लॉकर लेने, प्रॉपर्टी मार्गेज कर लोन लेने, एजुकेशन लोन, बैंक गारंटी, हाउसिंग लोन, कार लोन में 100 रुपए का ही स्टाम्प पेपर जरूरी है, लेकिन, मजबूरी में लोग 500 रुपए का स्टांप पेपर खर्च कर रहे हैं। वहीं, लोगों को जमीन और फ्लैट के एग्रीमेंट, रेंट एग्रीमेंट, पावर ऑफ अटार्नी के लिए भी स्टाम्प पेपर की किल्लत झेलनी पड़ रही है।

स्टांप की हो रही कालाबाजारी

ऐसा नहीं है कि स्टांप की घोर किल्लत है। कचहरी में स्टांप वेडर्स के पास 10 से 100 रुपए तक का भी स्टांप है, लेकिन इसकी शॉर्टेज की बात कहकर वे लोगों से इसकी ज्यादा कीमत वसूल रहे हैं। स्थिति यह है कि सौ रुपए के स्टांप की वे पांच सौ रुपए वसूल रहे हैं। पूछने पर वे बताते हैं कि उनके पास 500 और 1000 रुपए वाले स्टाम्प पेपर ही अवेलेवल हैं, जबकि अधिक पैसा देने पर वेंडर के पास 50 और 100 रुपए का भी स्टाम्प पेपर आसानी से मिल जाता है।

मजबूरी में लगा रहे अधिक दाम का स्टांप

स्टांप की किल्लत का खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। उन्हें अधिक दाम के स्टांप का इस्तेमाल मजबूरी में करना पड़ रहा है। ऐसे में जिन्हें एग्रीमेंट अथवा बैंकों से फायनांस कराना जरूरी है, वे सौ रुपए के स्टांप के लिए पांच सौ रुपए का स्टांप लगा रहे हैं। मालूम हो कि लॉकर लेने, प्रॉपर्टी मार्गेज कर लोन लेने, एजुकेशन लोन, बैंक गारंटी, हाउसिंग लोन, कार लोन में 100 रुपए का ही स्टाम्प पेपर जरूरी है।

बैंक से स्टांप लेने में कई अड़चनें

राजधानी के कुछ बैंकों में स्टाम्प पेपर मिल रहा है, लेकिन पेपर लेने से पहले इतना जटिल प्रॉसेस से लोगों को गुजरना पड़ रहा है कि वो बैंक जाने से पहले कई बार सोचते हैं। बैंक हर कैटेगरी के लिए रेट तय किए हुए हैं। स्टाम्प पेपर क्यों ले रहे हैं उसका सारा डिटेल्स पहले बैंक को देना होता है, इसके अलावा कई बैंक डीडी लेने के बाद स्टाम्प पेपर दे रहे हैं.बैंक से स्टाम्प पेपर लेने के लिए लोगों को दो घंटे तक समय देना पड़ रहा है।

स्टांप की किल्लत से प्रभावित होने वाले काम

स्टांप की किल्लत से लॉकर लेने, प्रॉपर्टी मार्गेज कर लोन लेने, एजुकेशन लोन, बैंक गारंटी, हाउसिंग लोन, कार लोन , फ्लैट व प्लॉट की रजिस्ट्री व एग्रीमेंट के अलावा जाति प्रमाण पत्र, शपथ पत्र, सहमति पत्र, नामांतरण आदि कार्य प्रभावित हो रहे हैं।