- लेखपाल भर्ती के नाम पर ऐंठे करोड़ों

- लखीमपुर में हिरासत में लिये गये नुरुल ने किया खुलासा

LUCKNOW: लखीमपुर पुलिस ने एक ऐसे जालसाज को हिरासत में लिया है जिसने यूपी में लेखपाल भर्ती के लिए दर्जनों लोगों से करोड़ों रुपये वसूल लिये। इस मामले में एक रिटायर्ड आईएएस अधिकारी का भी नाम सामने आ रहा है। जिसके बारे में पुलिस तफ्तीश कर रही है। फिलहाल जालसाज नुरुल हसन के लखीमपुर के मैलानी थाने में पुलिस हिरासत में होने की बात कही जा रही है, जहां रफाकत खां, खालिद और हसीब से इसने हाल में हुई लेखपाल भर्ती में लगभग 39 लाख रुपये वसूल किये थे। पुलिस का कहना है कि नुरुल ने कई और जिलों के लोगों से भी लेखपाल भर्ती के लिए पैसा ले चुका है। वहीं नुरूल के खिलाफ लखनऊ के ठाकुरगंज और गोमतीनगर थाने में भी लाखों की धोखाधड़ी का मामला दर्ज है।

जालसाज के 'बड़ों' से कनेक्शन

शुरुआती पूछताछ में नुरुल ने खुद का एक रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर का बेहद करीबी बताया है। पूछताछ में नुरुल ने उक्त आईएएस के लिए ही काम करना और उन्हीं के कहने पर लोगों से पैसे वसूलने की बात कुबूल की है। लेकिन पुलिस अभी रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर से पूछने की हिम्मत नहीं जुटा पा रही है। वहीं इस मामले में पुलिस महकमे में ही मृतक आश्रित कोटे से नौकरी पायी एक महिला का भी नाम सामने आ रहा है। पुलिस का कहना है कि जिस आईएएस ऑफिसर को पैसे देने की बात नुरूल कर रहा है उसका प्रूफ फिलहाल नहीं है।

पांच एकाउंट में मंगाये करोड़ों रुपये

पुलिस को लखनऊ के विभिन्न बैंकों के पांच एकाउंट का पता चला है जिसमें करोड़ों रुपये का ट्रांजेक्शन भी हुआ है। लेकिन मौजूदा समय में किसी भी एकाउंट में पैसे नहीं है। सूत्रों का कहना है कि पूछताछ में नुरुल ने बताया है कि उसने एक रिटायर्ड आईएएस और एक पुलिस महकमे में ओएसडी के पद पर कार्यरत महिला अधिकारी को इन पैसों में से बड़ा हिस्सा दिये जाने की बात कही है। सूत्रों का कहना है कि नुरुल पहले उक्त रिटायर्ड आईएएस ऑफिसर के यहां काम करता था। पिछले साल निकली लेखपाल भर्ती में नुरूल ने कई लोगों से लेखपाल के पद पर भर्ती के लिए पैसे अपने एकाउंट में पैसे मंगाये थे।

सैकड़ों लोगों से कर चुका है ठगी

लखीमपुर के एक पुलिस अफसर की मानें तो नुरुल सिर्फ लेखपाल भर्ती ही नहीं, जमीन की खरीद-फरोख्त और गाडि़यों दिलाने के नाम पर लोगों को ठगने का काम भी करता था। लखनऊ के ठाकुरगंज में भी नुरुल हसन के खिलाफ मौलाना अलीम फारूकी के भाई अजीम फारूकी ने गाड़ी दिलवाये जाने के नाम पर ठगी का मुकदमा दर्ज कराया है। अजीम का आरोप है कि नुरूल हसन ने उससे कम दाम में अच्छी गाड़ी दिलाने के लिए 10 लाख रुपये लिये थे। वहीं पुलिस का कहना है कि जिन लोगों ने नुरुल के एकाउंट में पैसे जमा किये उसका तो सुबूत पासबुक से मिल रहा है, लेकिन जिन लोगों को नुरुल ने पैसे दिये उसका कोई सुबूत नहीं मिल रहा है। ऐसे में पुलिस सिर्फ नुरुल के बयान के आधार पर किसी अफसर पर हाथ डालने से कतरा रही है। नुरुल ने कई और लोगों से पैसे लेने की बात कुबूल की है। पुलिस का मानना है कि यह एक बड़ा नेक्सेस हो सकता है, जिसकी अभी पड़ताल की जा रही है।

रिटायर्ड आईएएस ने दर्ज कराया मुकदमा

गोमतीनगर थाने में भी शनिवार को नुरुल हसन के खिलाफ रजिस्टर किया गया है। यह केस रिटायर्ड आईएएस राम कुमार की तहरीर पर दर्ज किया गया है, जिसमें नुरुल पर 18 लाख रुपये की ठगी का आरोप लगाया गया है। आईपीसी के सेक्शन 406, 420 के तहत दर्ज इस मुकदमे में नुरुल द्वारा पैसे लिये जाने और मांगने पर ना लौटाये जाने का आरोप लगाया गया है। फिलहाल सभी मामलों की पुलिस तफ्तीश कर रही है।

लेखपाल भर्ती के नाम पर धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। पुलिस की इंवेस्टीगेशन कर रही है। नुरुल के खिलाफ धोखाधड़ी के कई मुकदमे कायम हुए हैं।

- ए सतीश गणेश

आईजी, लखनऊ।

एक नजर में लेखपाल परीक्षा पर

किसी सरकारी पोस्ट के लिए यूपी की अब तक की सबसे बड़ी परीक्षा 'लेखपाल भर्ती परीक्षा' का आयोजन टीसीएस के माध्यम से प्रदेश सरकार ने किया था। 14 सितंबर को दो पारियों में आयोजित लेखपाल के 13316 पदों के लिए 26 लाख 84 हजार 623 लोगों ने आवेद किया था। परीक्षा में लगभग 80 परसेट 21 लाख 47 हजार लोगों ने हिस्सा लिया था। इस परीक्षा को टीसीएस से कराये जाने को लेकर हाईकोर्ट में पीआईएल भी हुई थी। जिसे कोर्ट ने खारिज कर दिया था।