PATNA : महात्मा गांधी सेंट्रल यूनिवर्सिटी, मोतिहारी के असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार पर शनिवार को जानलेवा हमला किया गया। उन्हें जिंदा जलाकर मारने की कोशिश की गई। उनका इलाज पीएमसीएच में चल रहा है। उनके शरीर पर चोट के गहरे निशान पाए गए है। असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार पर आरोप है कि उन्होंने फेसबुक पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। जानकारी के अनुसार संजय ने विजय किशोर नामक व्यक्ति के पोस्ट पर प्रतिक्रिया के तौर पर यह सब कुछ लिखा था।

कहते थे बोटी-बोटी काट देंगे

शिक्षक संघ के संयुक्तसचिव मृत्युंजय ने दैनिक जागरण आई नेक्स्ट से बातचीत में कहा कि फेसबुक पोस्ट की बात गलत है। दरअसल संजय ने हमेशा ही वीसी के मनमाने रवैये के खिलाफ आवाज उठाया है। फेसबुक तो बहाना है। वीसी के गुर्गो ने ही उन्हें मारा है। वीसी कई बार उन्हें धमकी दे चुके हैं तुम्हारी बोटी-बोटी कर देंगे। इस संबंध में स्थानीय थाने में वीसी के खिलाफ सन्हा भी दर्ज की गई है। उन्होंने कहा कि पीएमसीएच में भी डॉक्टर इलाज में गंभीर नहीं है, उन्हें एम्स में भर्ती करने की मांग की।

क्या है पूरा मामला

बीते 29 मई से ही मोतिहारी सेंट्रल यूनिवर्सिटी में वीसी के खिलाफ आंदोलन शुरू हो गया था। दरअसल, शिक्षकगण वीसी अरविंद अग्रवाल के मनमाने रवैये के खिलाफ थे। इस आंदोलन में समाज शास्त्र विभाग के असिस्टेंट प्रोफेसर संजय कुमार भी थे। तभी से संजय वीसी अरविंद अग्रवाल के निशाने पर हैं। पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के निधन के मौके पर उन्होंने एफबी पर पोस्ट पर उनके विरुद्ध टिप्पणी लिखी। शुक्रवार को दोपहर जब वे अपने घर पर थे उसी समय करीब 30 की संख्या में हमलावरों ने उन्हें पीटा और जिंदा जलाने की कोशिश की।

अब खतरे से बाहर हैं संजय

प्रो। संजय कुमार शनिवार की देर शाम तक न्यूरो सर्जरी वार्ड में भर्ती थे। उनके सिर पर गंभीर चोटें लगी है। आंखों में भी सूजन है। पीएमसीएच के कंट्रोल रूम से मिली जानकारी के अनुसार वे अब खतरे से बाहर हैं। वे लगातार डॉक्टरों की देखरेख में हैं।