28 फरवरी तक ई-लाटरी प्रक्रिया के तहत हो सकेगा ऑनलाइन आवेदन

हैसियत प्रमाण-पत्र को अनिवार्य करने से बढ़ी आवेदकों की मुश्किल

Meerut। शराब ठेकों केलिए आवेदन करने वालों की लंबी कतारें फिलहाल तो तहसील में लग रही है। सिर्फ मेरठ तहसील में ही रोजाना 150 आवेदन हैसियत प्रमाणपत्र बनवाने के लिए आ रहे हैं। बता दें कि सिंडीकेट के खात्मे के साथ ही यूपी की योगी सरकार ने शराब के ठेके के लिए हैसियत प्रमाणपत्र को अनिवार्य कर दिया है। ऑनलाइन आवेदन के लिए 2 दिन शेष हैं तो वहीं तहसील में हैसियत प्रमाणपत्र को लेकर मारामारी मची है।

मेरठ में

105-विदेशी शराब की दुकानें

180-देशी शराब की दुकानें

98-बीयर शॉप

14-मॉडल शॉप के आवंटन की प्रक्रिया संचालित हैं।

महत्वपूर्ण तिथियां

28 फरवरी, सायं 7 बजे तक-ई-लाटरी के लिए आवेदन की अंतिम तिथि

1 मार्च से 4 मार्च-प्राप्त आवेदन पत्रों का परीक्षण

5 मार्च-ई-लाटरी प्रक्रिया, पूर्वाह्न 11 बजे से कलक्ट्रेट परिसर स्थित एनआईसी में

द्वितीय चरण

7 से 12 मार्च-शेष दुकानों के लिए ऑनलाइन आवेदन

14 मार्च-शेष दुकानों का ई-लाटरी सिस्टम के तहत आवंटन, कलक्ट्रेट परिसर में

क्या हो 'हैसियत'?

अंग्रेजी, बीयर और मॉडल शॉप के लिए लाइसेंस फीस के बराबर आवेदक की हैसियत होनी चाहिए।

देशी शराब के लिए हैसियत के मानक अन्य ब्रांडों से भिन्न हैं। ये वर्षभर के कोटे के आधार पर तय होती है।

शासन द्वारा तय मानकों के अनुसार हैसियत प्रमाण-पत्र आवेदकों को दाखिल करने होंगे। ई-लाटरी प्रक्रिया के तहत शराब की दुकानों का आवंटन हो रहा है।

शैलेंद्र प्रताप सिंह, जिला आबकारी अधिकारी, मेरठ