पांच साल के सबसे निचले स्तर पर क्रूड

अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल पिछले पांच सालों के सबसे निचले स्तर पर पहुंच गया है. दरअसल ओपेक देशों के सदस्यों ने इंटरनेशनल ऑयल मार्केट में कच्चे तेल के दामों में उल्लेखनीय कमी की है. गौरतलब है कि साल 2014 में क्रूड ऑयल की कीमतों में 46 परसेंट की कमी नोट की गई है. दरअसल अमेरिकन शेल ऑयल लगातार बढ़ता जा रहा है. इसके साथ ही आगामी जनवरी में अमेरिकन शेल ऑयल का प्रॉडक्शन बढ़ने की उम्मीद है. ऐसे में क्रूड ऑयल की हालत बिगड़ना तय है. अगर ताजा आंकड़ों पर नजर डाली जाए तो नॉयमैक्स पर डब्ल्यूटीआई क्रूड 64 डॉलर और क्रूड 66 डॉलर प्रति बैरल के स्तर पर आ गए हैं. भारतीय बाजार में कच्चे तेल के दाम 4000 रुपये प्रति बैरल तक पहुंच गया है.

कच्चे तेल का असर पड़ा कमोडिटी मार्केट पर

दुनियाभर में कच्चे तेल में आती कमी का असर भारतीय कमोडिटी बाजार पर साफ देखा जा सकता है. इस साल सोया तेल और क्रूड पाम तेल की कीमतों में 20 परेसंट की कमी आई है. एनसीडीएक्स पर सोया तेल 0.1 परसेंट की ग्रोथ के साथ 580 रुपये पर कारोबार करवा रहा है. इसके साथ ही कॉमेक्स पर सोना 0.5 परसेंट की ग्रोथ के साथ 1200 डॉलर के ऊपर कारोबार कर रहा है. इसके अलावा एमसीएक्स पर सोना 0.5 परसेंट की बढ़त के साथ 26500 रुपये का कारोबार कर रहा है. अगर चांदी की बात की जाए तो चांदी भी 0.5 परसेंट की बढ़त के साथ 36750 रुपये पर कारोबार कर रही है.

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