-सिटी के 34 सेंटर्स में ऑर्गनाइज हुआ एग्जाम

-फ‌र्स्ट पेपर में 7,200 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया

DEHRADUN: सिविल सर्विसेज का प्रीलिमिनेरी एग्जाम संडे को देश के डिफरेंट सेंटर्स पर ऑर्गनाइज किया गया। पिछले दिनों एग्जाम पैटर्न बदलने की मांग कर रहे स्टूडेंट्स के व्यापक विरोध प्रदर्शन की वजह से काफी विवादों में घिरा रहा था। विरोध का असर एग्जाम पर भी दिखाई दिया। दून के सेंटर्स में जहां क्ब्,म्म्भ् कैंडिडेट्स ने अप्लाई किया था वहीं एग्जाम में शामिल होने वाले कैंडिडेट्स इसके आधे रहे। दून में फ‌र्स्ट पेपर में 7,ख्00 कैंडिडेट्स ने एग्जाम दिया।

ऑफिसर्स को ऑब्जर्वर बनाया गया

प्रिलिमिनेरी एग्जाम में दो क्वेश्चन पेपर्स के लिए दो-दो घंटे का समय निर्धारित था। फ‌र्स्ट एग्जाम साढ़े नौ बजे और सेकेंड पेपर ढाई बजे स्टार्ट हुआ। देहरादून में फ्ब् सेंटर्स पर हुए एग्जाम के लिए प्रशासन की ओर से एडीएम प्रताप शाह को नोडल ऑफिसर बनाया गया था। इसके अलावा क्ख् मजिस्ट्रेट को एग्जाम की मॉनिटरिंग का जिम्मा दिया गया था। प्रशासन की ओर से व्यवस्थाएं बनाने के लिए दो सीनियर आईएएस ऑफिसर्स को ऑब्जर्वर बनाया गया था। नोडल ऑफिसर प्रताप शाह ने बताया कि दून के सेंटर्स के लिए एग्जाम के लिए क्ब्,म्म्भ् कैंडिडेट्स के एग्जाम देना था लेकिन एग्जाम में केवल 7,ख्00 कैंडिडेट्स ही फ‌र्स्ट एग्जाम में शामिल हुए। जबकि सेकेंड एग्जाम में 9भ् कैंडिडेट्स ने एग्जाम नहीं दिया। सेकेंड पेपर में 7,क्0भ् कैंडिडेट्स शालि हुए।

पिछले दिनों हुआ था विवाद

एग्जाम के पैटर्न को लेकर हाल ही में खासा विवाद उठा था। स्टूडेंट्स एग्जाम के सेकेंड पेपर सिविल सर्विसेज एप्टिट्यूड टेस्ट (सीसैट) का पैटर्न बदलने की मांग करते हुए सड़कों पर आ गए थे। इसी बीच स्टूडेंट्स के आंदोलन ने हिंसक रूप ले लिया था। इसी को देखते हुए प्रशासन की ओर से खास व्यवस्थाएं की गई थी लेकिन कहीं कोई विरोध प्रदर्शन नहीं किया गया। एग्जाम शांति पूर्वक संपन्न हुआ। यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन द्वारा आईएएस, आईएफएस और आईपीएस सहित डिफरेंट कैटेगरीज के ऑफिसर्स के सिलेक्शन हेतु तीन फेज, प्रिलिमिनेरी, मेन और इंटरव्यू के लिए सिविल सर्विस एग्जाम ऑर्गनाइज किया जाता है।