आयुर्वेद फैकल्टी के एनुअल यूथ फेस्टिवल 'आयुषप्रज्ञा' में दूसरे दिन भी डॉक्टर्स ने खूब किया इंजॉय

VARANASI : यहां न तो पढ़ाई का टेंशन और न ही पेशेंट्स का मर्ज समझने की चिंता थी। यहां था तो बस मौज, मस्ती और हंगामा। जी हां, बीएचयू के स्वतंत्रता भवन में बुधवार को भी कुछ ऐसा ही माहौल देखने को मिला। मौका था आईएमएस बीएचयू के आयुर्वेद फैकल्टी के एनुअल यूथ फेस्टिवल 'आयुषप्रज्ञा' के दूसरे दिन का। नाड़ी थाम कर मरीज का दर्द दूर करने वालों ने झूम कर आयोजन को खूब इंजॉय किया।

बिखेरा सधे गले का जादू

कहां कफ, बात, पित्त और नब्ज की पेचीदगियां तो कहां सधे स्वरों की बात। दोनों ही बातें एक दम अलग पर। पर जब आयुर्वेद डाक्टर्स ने मंच संभाला तो लगा कि उनके लिए कुछ भी कठिन नहीं है। 'गीताजंलि-द सिंगिंग कॉम्पटीशन' में उन्होंने बेहतरीन तराने छेड़ कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया। स्वतंत्रता भवन फिल्मी गीतों से भी गूंजा तो भारतीय संगीत की मधुर ध्वनि सुनाई दी। 'प्रेस कॉन्फ्रेंस' इवेंट में आयुर्वेदिक डाक्टर्स सधे रिपोर्टर की तरह सवाल जवाब करते दिखे। 'पुनर्मिलन' में उन्हेांने अपने तर्क शक्ति का भी परिचय दिया। इसके साथ ही मिस्टर आयुषप्रज्ञा और मिस आयुषप्रज्ञा का राउंड टू भी हुआ।

रैंप पर भी मचले

दूसरे दिन के इवेंट्स में फैशन शो का भी अलग आकर्षण रहा। भावी आयुर्वेदिक डाक्टर्स अलग अलग राउंड में रैंप पर मचले। वेस्टर्न और ट्रेडिशनल आउटफिट्स में रैंप मचलते हुए उन्होंने प्रोफेशनल मॉडल्स को मात दी। इसके बाद हुए कवि सम्मेलन इवेंट को भी आयुर्वेदिक मेडिकोज ने खूब इंजॉय किया। हास्य रचनाओं पर कभी खूब हंसे तो व्यंग रचनाओं में उठे सवालों पर संजीदा भी हुए।