- करेंसी क्रंच के बाद रिटेल सेक्टर में डिजिटल पेमेंट 200 प्रतिशत बढ़ा

- मॉल्स, होटल्स से लेकर हाट-बाजार तक में बढ़ा प्रचलन

- 50 दिन में प्रभावित हुआ व्यापार, डिजिटल लेनदेन की भी हुई शुरूआत

Meerut। नोटबंदी के 50 दिनों में कई बदलाव देखने को मिले। एक ओर जहां करेंसी के संकट के कारण लोग बैंकों में कतार में दिखे। हालांकि शहरवासी इस बदलाव से कई उम्मीदें जता रहे हैं तो वहीं उम्मीदों के असमंजस का भंवर जाल भी लोगों को सता रहा है। भ्रष्टाचार के खिलाफ मोदी सरकार के ऐतिहासिक कदम से लोग संतुष्टि जता रहे हैं। यही नहीं व्यापार भी डिजिटल मोड में दिखाई देना शुरू हो गया है। केंद्र सरकार की पहल के बाद सांसद राजेंद्र अग्रवाल के गोद लिए गए ग्राम भगवानपुर चट्टावन को कैशलेस बनाने के प्रयास शुरू हो गए हैं। नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांजेक्शन को बढ़ावा मिल रहा है.यही नहीं यूथ कैशलेस ट्रांजेक्शन को अपना रहे हैं।

पेट्रोल पंप से लेकर रिटेल तक

नोटबंदी के बाद केंद्र सरकार ने कैशलेस ट्रांजेक्शन के लिए बढ़ावा दे रही है। इसका असर यह है कि लोगों में प्लास्टिक मनी से ऑनलाइन ट्रांजेक्शन की आदत पड़ रही है। मेरठ पेट्रोलियम एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश जैन ने बताया कि पेट्रोल और डीजल की कैशलेस खरीद में 200 प्रतिशत तक इजाफा हुआ है। रीटेल दुकानदारों से लेकर शोरूम तक करीब 100 फीसदी की बढ़ोत्तरी मेरठ के पुराने बाजारों में देखी जा रही है। पेटीएम, ई-वॉयलट, डेबिट-क्रेडिट कार्ड के चलन में रिकार्ड इजाफा हुआ है।

मॉल्स में बस प्लास्टिक मनी

शॉपिंग कॉम्प्लेक्स हो या मल्टीप्लेक्स हर जगह कैशलेस ट्रांजिक्शन को नोटबंदी के बाद बढ़ावा मिला है। वेब सिनेमा के मैनेजर संजीव यादव ने बताया कि पहले सिनेमा की काउंटर सेल ज्यादा थी अब तो लोग ज्यादातर ऑनलाइन बुक करा रहे हैं और जो नहीं करा रहे हैं वे काउंटर पर कार्ड स्वैप कराकर पेमेंट कर रहे हैं। मल्टीप्लेक्स में सेल 21 प्रतिशत घटी है तो नोटबंदी के बाद कैशलेस ट्रांजिक्शन ने बूम पकड़ा है। 200-250 गुना कैशलेस ट्रांजेक्शन बढ़ा है।

ज्वैलरी भी कैशलेस

उप्र बुलियन ट्रेडर्स एसोसिएशन के महामंत्री सर्वेश सर्राफ ने बताया कि नोटबंदी के बाद ज्वैलरी की शॉपिंग ऑनलाइन हो रही है। मेरठ में आबूलेन, सदर बाजार, शहर सर्राफा में ज्यादातर खरीद-फरोख्त कैशलेस हो रही है। कैश क्रंच के चलते लोग विभिन्न कैशलेस मीडियम को यूज कर रहे हैं। सरकारी विभागों में भी कैशलेस को बढ़ावा दिया जा रहा है।

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कैशलेस ट्रांजेक्शन एक सेफ ट्रांजेक्शन है। केंद्र सरकार के इस प्रयास की हमें सराहना करनी होगी। कम से कम नोटबंदी के बाद कैशलेस की ओर यूथ जा रहा है। कैशलेस क्रांति से देश के विकास को बढ़ावा मिलेगा। भ्रष्टाचार कम होगा।

-शांतनु पेन्डसे, डीजीएम, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया, मेरठ रीजन