- दुकानों पर नोटों की माला की हालत खराब

आगरा। शादी में दूल्हे राजा की शान बढ़ाने वाली नोटों की माला पर भी संकट के बादल मंडराने लगे हैं। वजन के साथ उनमें लगने वाले नोटों में भी कमी आ गई है। 500-1000 के नोट पर बैन लगने के बाद तो इन नोटों की माला बनना ही बंद हो गई हैं। छोटी करेंसी की माला ही बाजार में डिमांड के तौर पर लटकी हुई नजर आ रही हैं।

घटकर 25 प्रतिशत रह गया बिजनेस

नोटों की माला बनाने वालों की मानी जाए तो यह सीजन ही बुरा चढ़ा है। देवोउत्थान सावे की शुरूआत से पहले ही केन्द्र सरकार ने 500-1000 के नोटों पर बैन लगाकर इस परंपरा को जोरदार झटका दिया है। नोटों की माला के इस व्यापार में 75 प्रतिशत तक कमी आई है। लोग बड़े नोटों की माला लेना पसंद करते हैं जो अब नहीं रहे। 2000 के नोट भी अभी पूरी तरह से प्रचलन में नहीं आए हैं। नोटों की माला बिकना बंद सी हो गई है।

परंपरा पूरी करना हो रहा मुश्किल

दूल्हे को नोटों की माला पहनाने की परंपरा लोगों के लिए मुश्किल हो गया है। 500-1000 के नोटों की माला की बहुत मांग थी लेकिन इनके बैन होने के बाद बाजार में 100 के नोट खत्म हो गए हैं। बाजार में अब सिर्फ 50, 20 और 10 के ही नोट रहे गए जिसकी माला ग्राहक ज्यादा पसंद नहीं करता। ऐसे में जिसे परंपरा निभानी ज्यादा जरूरी है वो ही मालाएं खरीद रहा है। वहीं कुछ जगह ऐसा भी देखने को मिला जहां दुकानदारों ने खुद की आवश्यकता को देखते हुए ही नोट अपने काम में ले लिए।