शाम को हुई घटना

ये घटना शनिवार शाम के वक्त की है। काशी विश्वनाथ मंदिर के गेट नंबर एक पर श्रद्धालुओं की भीड़ थी। इसी दौरान अचानक लोग अपनी जगह पर उछल पड़े और फिर उछलते इधर-उधर भागने लगे। सिक्योरिटी वाले भी नहीं समझ सके कि हुआ क्या है। कुछ ही सेकेण्ड में सबको समझ आ गया कि ये बिजली के करंट का झटका जिसने नंगे पांव दर्शन को खड़े श्रद्धालुओं को सकते में डाल दिया था। इससे हड़कम्प मच गया।

10 मिनट तक दहशत

करेंट फैलने की वजह की जांच देर तक होती रही। शुक्रवार से मंदिर परिसर के जर्जर तार बदले जा रहे हैं। इसी क्रम में शनिवार की शाम कंट्रोल रूम ने बिजली काटी। नई लाइनों के जांच के लिए ज्यों ही इलेक्ट्रिक सप्लाई चालू की गेट नम्बर एक पर झटके लगने लगे। जो जहां था, वहीं पैर झटकने पटकने लगा। चीख-पुकार सुनकर कंट्रोल रूम से बिजली काटी गयी। दस मिनट बाद फिर सप्लाई चालू की गयी तो करेंट उतरना बंद हो गया। इसके पहले सोमवार को गेट नंबर एक और मंदिर के मेन गेट पर मुख्यद्वार पर करेंट फैलने से भगदड़ मच गई थी। इस घटना के बाद से जर्जर तार बदले जा रहे हैं।