- करोड़ों के टैक्स चोरी के आरोप में केन्द्रीय वस्तु व सेवा कर की 10 टीमों ने एक साथ की छापेमारी

-छापे के बाद व्यापारियों ने जमा कराए गए एक करोड़ रुपए

-एक ही इनवाइस और ई वे बिल पर कर रहे थे कारोबार

GORAKHPUR: केन्द्रीय वस्तु व सेवा कर और कस्टम डिपार्टमेंट की 10 टीमों ने शुक्रवार देर शाम एक साथ 10 जगह छापेमारी कर करोड़ों की टैक्स चोरी का मामला पकड़ा है. टीम की छापेमारी से शहर के व्यापारियों में सनसनी फैल गई. वाराणसी से आए ज्वाइंट कमिश्नर आशुतोष के नेतृत्व में 43 अधिकारियों और 75 कर्मचारियों की 10 टीमों ने गुटखे के कारोबार से जुड़ी एक फर्म के 10 ठिकानों पर छापेमारी की. शाम तक आरोपितों ने टैक्स चोरी की बात स्वीकार कर 50 लाख नकद और 50 लाख रुपए का चेक सहित एक करोड़ जमा कर दिया. साथ ही एक सप्ताह के अंदर एक करोड़ रुपए और जमा करने का लिखित आश्वासन दिया है. गंगा ट्रेडर्स के 10 में से 3 रजिस्टर्ड, 3 मकान और 4 अनरजिस्टर्ड प्रतिष्ठानों पर छापेमारी की गई है.

तीन महीने से रडार पर थ्ो व्यापारी

बताया जाता है कि गंगा ट्रेडर्स फर्म के जरिए तीन व्यापारी श्रीलाल मंझानी, दिलीप गुरुनानी और मोहन गुरुनानी एक ही इनवाइस और ई वे बिल पर कई बार माल मंगाते थे. दिसंबर में सेंट्रल जीएसटी और कस्टम डिपार्टमेंट की टीम के नजर में यह बात आई थी. इसके बाद से ही कस्टम डिपार्टमेंट की ओर से इंस्पेक्टर चंद्रशेखर आजाद यादव और अधीक्षक अरविंद कुमार श्रीवास्तव फर्म की गतिविधियों पर नजर रखे हुए थे.

कैश, 4 लैपटॉप और सैकड़ों फाइलें जब्त

फर्म की जांच में अधिकारियों ने संदिग्धता के आधार पर खूनीपुर स्थित आवास से 37.5 लाख और दुकान से 8.35 लाख, 4 लैपटॉप और सैकड़ों फाइलें जब्त की हैं. फाइलों को 9 गत्तों और 2 बैग में भरकर कार्यालय लाया गया है. जबकि लैपटॉप को सील कर दिया गया है. अधिकारियों ने बताया कि फाइलों की तकनीकी जांच में एक महीने तक का समय लग सकता है. आशंका है कि फाइलों की जांच के बाद पांच करोड़ से अधिक के टैक्स चोरी का खुलासा हो सकता है. फिलहाल आरोपित ने खुद दो करोड़ रुपए के टैक्स चोरी की बात स्वीकार कर जमा करने को कहा है. जांच करने वाली टीम में डिप्टी कमिश्नर डॉ. बीएन संदीप, अधीक्षक अरविंद कुमार श्रीवास्तव, इंस्पेक्टर चंद्रशेखर आजाद यादव, सहायक आयुक्त श्यामरतन लाल वर्मा, अधीक्षक रवि पांडेय आदि शामिल थ्ो.

वर्जन

10 टीमों ने 10 जगहों पर एक साथ छापेमारी की है. प्रथम दृष्टया करोड़ों की टैक्स चोरी पकड़ी गई है. सही आंकड़े के लिए गणना अभी जारी है. टीम लंबे समय से आरोपितों पर नजर रखे हुए थी.

डॉ. बीएन संदीप, डिप्टी कमिश्नर, केन्द्रीय वस्तु एवं सेवा कर