- कस्टम इंस्पेक्टर ने बस अड्डे के इंचार्ज से ली जानकारी

- ड्राइवर और कंडक्टर से कस्टम के अधिकारियों की नहीं हो सकी बात

LUCKNOW:

कैसरबाग बस अड्डे पर रविवार को कस्टम के अधिकारी सुबह ही पहुंच गए और उन्होंने उस बैग के बारे में जानकारी हासिल की जिस बैग में चांदी और जेवरात मिले थे। अधिकारियों ने ड्राइवर और कंडक्टर से मिलकर बात करने की कोशिश की, लेकिन ड्राइवर से बात नहीं हो सकी। उन्होंने जब ड्राइवर से मोबाइल के जरिये संपर्क किया तो वह स्विच ऑफ मिला। हालांकि अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है।

यह है मामला

शनिवार को गोरखपुर से लखनऊ आ रही कैसरबाग डिपो की बस में चांदी और जेवरात से भरा बैग बस्ती में बरामद किया गया था। इस मामले में सभी जानकारी ड्राइवर-कंडक्टर ने कैसरबाग बस अड्डे के इंचार्ज प्रमोद त्रिपाठी को लिखित सूचना दी। इस मामले की सूचना मिलते ही रविवार सुबह ही कस्टम इंस्पेक्टर अपनी टीम के साथ बस अड्डे पहुंचे। यहां पर उन्होंने कैसरबाग बस स्टेशन इंचार्ज प्रमोद त्रिपाठी से कई जानकारियां ली। इसके बाद उन्होंने संबंधित बस के ड्राइवर और कंडक्टर को बुलाने की बात कही। इस पर कंडक्टर सतीश चंद्र के ड्यूटी पर जाने के कारण मुलाकात नहीं हो सकी। वहीं ड्राइवर मो। सईद से किसी तरह का संपर्क नहीं हो सका। कस्टम विभाग के अधिकारी मो। सईद को संदिग्ध मान रहे हैं। कैसरबाग बस अड्डे के सीनियर स्टेशन इंचार्ज प्रमोद त्रिपाठी ने बताया कि कस्टम अधिकारियों का कहना था कि यह बैग कस्टम अपने कब्जे में लेगा। कस्टम के अधिकारी ने बताया कि नेपाल के जरिए अवैध रूप से चांदी की ईंट लाई जा रही थी।