RANCHI: राज्य में बाल हित का काम करनेवाले बाल अधिकार कार्यकर्ता के आरोपों की जांच का आदेश खुद पत्र लिख कर जिस एनसीपीसीआर के सदस्य यशवंत जैन ने डीसी को दिया। बाद में उसी ने आरोपी के साथ खुद की तस्वीर खिंचवा ली। मामले में जमशेदपुर के आरटीआई एक्टिविस्ट दर्श चौधरी ने पीएमओ, महिला बाल कल्याण मंत्रालय की मंत्री मेनका गांधी समेत कई लोगों को ट्विट कर जानकारी दी है। कहा गया है कि मेंबर खुद उन्हें कार्रवाई का पत्र देकर झांसा में लेते हैं और आरोपी के साथ खुद तस्वीर खिंचवाता है। इस संबंध में दर्श चौधरी ने खूंटी के मेंबर के खिलाफ ऑनलाइन शिकायत भी दर्ज कराई थी।

नाबालिग से शादी रचाने का भी आरोप

गौरतलब हो कि खूंटी सीडब्ल्यूसी के इस मेंबर पर नाबालिग के साथ शादी रचाने का भी आरोप है। इस बाल अधिकार कार्यकर्ता ने बाल संरक्षण इकाई की अध्यक्ष व सीडब्ल्यूसी की एक मेंबर पर चाइल्ड राइट्स हनन का आरोप लगाया। बाल संरक्षण इकाई ने जब मामले की जांच की तो पाया कि बाल हित में काम करनेवाला कार्यकर्ता खुद ही वर्ष 2016 में बिहार में एक नाबालिग से शादी रचा ली। जब जांच होने लगी और बाल संरक्षण ईकाई ने उक्त व्यक्ति से लड़की का ओरिजिनल सर्टिफिकेट मांगा तो उसने मुखिया से लड़की का फर्जी प्रमाण पत्र बनवाकर उसे बालिग बना दिया और उसकी उम्र 23 वर्ष कर दी। जबकि बिहार विद्यालय परीक्षा निगरानी समिति की रिपोर्ट में उसकी जन्म तिथि 10 फरवरी, 1999 है। जबकि बाल अधिकार कार्यकर्ता ने मैट्रिक प्रमाण पत्र में छेड़छाड़ करते हुए 10 फरवरी, 1992 दर्शा दिया और बाल संरक्षण इकाई के सुपुर्द कर दिया।

एनसीपीसीआर ने डीसी को दिया था निर्देश

इस संबंध में लोहरदगा के बाल अधिकार कार्यकर्ता विनय कुमार ने एनसीपीसीआर नई दिल्ली को एक पत्र दिया था। इसमें कहा गया था कि कोई व्यक्ति जो खुद मानव तस्करी रोकता है, बाल विवाह रुकवाने का काम करता है, उसने खुद नाबालिग से शादी कर जेजे एक्ट का उल्लंघन किया है। ऐसे में बाल संरक्षण आयोग अधिनियम 13(1)(जे) प्रकरण के तहत बाल अधिकार का उल्लंघन की श्रेणी में आता है। जानकारी के मुताबिक, वर्तमान में वह व्यक्ति बाल न्यायालय का सर्वोपरि बना हुआ है। जबकि उस व्यक्ति के बारे में नाबालिग से विवाह रचाने का खुलासा होने के बाद एनसीपीसीआर ने रांची के तत्कालीन डीसी को जांच करने का निर्देश दिया था। निर्देश के आलोक में उपायुक्त ने इस संबंध में बाल संरक्षण इकाई को जांच करने का जिम्मा सौंपा था।