स्मार्टफोनधारक आसान शिकार

साइबर अपराधी इंटरनेट पर लोगों को जमकर चूना लगा रहे हैं. अकेले 2013 में ही ये लोग अब तक भारत को 4 अरब डॉलर यानी करीब 24,630 करोड़ रुपये की चपत लगा चुके हैं. यह खुलासा साइबर सुरक्षा क्षेत्र से जुड़ी संस्था सिमैंटेक ने अपनी रिपोर्ट में किया है. रिपोर्ट ने भारत को साइबर अपराधियों के निशाने पर रहने वाले शीर्ष पांच देशों में बताया गया है. रिपोर्ट के मुताबिक स्मार्टफोनधारक आसानी से इनका शिकार हो रहे हैं.

192 करोड़ से हुआ 207 करोड़

सिमैंटेक ने अपनी रिपोर्ट में कहा है कि भारत में साइबर अपराध का शिकार हुए लोगों को अगस्त 2012 में जहां औसतन 192 डॉलर का चूना लगा था, वहीं जुलाई 2013 में यह बढ़कर 207 डॉलर हो गया. रिपोर्ट में कहा गया कि पिछले वर्ष के मुकाबले इंटरनेट पर इस वर्ष भारतीयों को 8 फीसद अधिक चूना लगा.

नॉर्टन रिपोर्ट ने किया खुलासा

सिमैंटेक अपनी नॉर्टन रिपोर्ट के जरिए पूरी दुनिया में साइबर धोखाधड़ी का शिकार हुए लोगों के आंकड़े जुटाकर इससे पडऩे वाले प्रभाव का आकलन करती है. इस वर्ष रिपोर्ट साइबर अपराधियों का शिकार हुए 24 देशों के 13,000 लोगों की आपबीती पर तैयार की गई है. इसमें भारत के भी 1000 लोग शामिल हैं.

66 फीसदी इंटरनेट यूसर्ज प्रभावित

नुकसान के आंकड़े के बारे में सिमैंटेक कारपोरेशन के सेल्स मैनेजर (कंज्यूमर प्रॉडक्ट्स एंड सॉल्यूशंस, भारत) रितेश चोपड़ा ने बताया, 'साइबर हमले का शिकार होने के बाद लोग अमूमन अपना हार्डवेयर या सॉफ्टवेयर बदल देते हैं. इस खर्च को भी नुकसान में शामिल किया गया है.' उन्होंने बताया कि आज 66 फीसद भारतीय उपभोक्ता अपने मोबाइल पर इंटरनेट के जरिए जरूरी काम निपटाते हैं और गेम आदि खेलते हैं. ये लोग साइबर अपराधियों के आसान शिकार होते हैं. साइबर जगत के शातिर इनके मोबाइल से गोपनीय सूचनाएं आसानी से निकाल सकते हैं.

धमकी, छेड़छाड़ का सामना करना पडा़

रिपोर्ट में बताया गया है कि बीते 12 महीनों में साइबर अपराध का शिकार हुए 56 फीसद भारतीयों ने माना है कि उन्हें इंटरनेट पर धमकी, छेड़छाड़, नफरत इत्यादि का सामना करना पड़ा. रिपोर्ट में यह भी बताया गया कि भारत के 63 फीसद स्मार्टफोन धारक बीते वर्ष किसी न किसी रूप में साइबर हमले का शिकार हुए.

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