RANCHI: साइबर ठगी की रिपोर्ट दर्ज कराने अब आपको थाने में जाने की जरूरत नहीं है। इसकी एफआईआर आप ई-मेल करके भी दर्ज करा सकते हैं। जी हां, डीजीपी डीके पांडेय ने सोमवार को रांची के कचहरी चौक स्थित कंट्रोल रूम में राज्य के पहले साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन का इनॉगरेशन किया। जहां दो लाख से अधिक राशि की साइबर ठगी मामले में प्राथमिकी दर्ज की जा सकेगी। इस पर पुलिस तुरंत कार्रवाई करेगी। डीजीपी ने कहा कि राज्य में अब साइबर क्राइम से जुड़े मामलों पर यहां त्वरित कार्रवाई की जाएगी। पीडि़त क्00 नंबर डायल करके भी साइबर क्राइम की सूचना दे सकते हैं। वह सूचना सीधे यहां रजिस्टर हो जाएगी। मौके पर एडीजी एसएन प्रधान, सीआईडी की आईजी संपत मीणा, रांची एसएसपी कुलदीप द्विवेदी, सीआईडी केएसपी नरेंद्र कुमार सिंह, एसपी साइबर क्राइम जया रॉय, सिटी एसपी किशोर कौशल समेत पुलिस के कई अधिकारी मौजूद थे।

क्या है थाने में सुविधा

- हाईटेक सुविधाओं से लैस इस साइबर क्राइम पुलिस थाने के प्रभारी डीएसपी रैंक के ऑफिसर बनाए गए हैं। यहां दो लाख रुपए से अधिक की ठगी का मामला दर्ज हो सकेगा।

- यहां एटीएम में ठगी, एटीएम कार्ड की अदला-बदली, फेसबुक व व्हाट्सएप्प से संबंधित मामले दर्ज होंगे। राज्य से बाहर के लोग यहां मेल कर मामला दर्ज करा सकते हैं।

-मामला दर्ज कराने के लिए ईमेल आईडी - ष्ब्ढ्डद्गह्मश्चह्य@द्भद्धश्चश्रद्यद्बष्द्ग.द्दश्रक्.द्बठ्ठ

-मोबाइल नंबर है - 977क्ब्फ्ख्क्फ्फ्/0म्भ्क्-ख्ख्क्00भ्8-ख्ख्क्ख्क्9भ् पर भी संपर्क किया जा सकता है।

साइबर क्राइम के हैं शिकार तो डायल करें क्8क्

सीआईडी के एडीजी अजय कुमार ने बताया कि यदि लोग आने में समर्थ नहीं हैं, तो वो क्00 या क्8क् नंबर डायल कर अपनी शिकायत दर्ज करा सकते हैं। उधर, सीआईडी की आईजी संपत मीणा ने बताया कि दो लाख रुपए से अधिक राशि की ठगी मामले इस थाने में सीधे दर्ज होंगे, वहीं छोटी घटनाएं संबंधित थानों को भेज दी जाएंगी। हालांकि, हर केस में तकनीकी सहयोग इस थाने का मिलेगा। साथ ही दूसरे थानों को तकनीकी प्रशिक्षण भी यहां से मिलेगा।

झारखंड में बढ़ा साइबर क्राइम

झारखंड के अलग-अलग थानों में ख्0क्ब् में क्7ख् साईबर क्राइम की रिपोर्ट की गई। ख्0क्भ् में ख्ख्क् मामले आए, इनमें आर्थिक अपराध, धमकी भरे मेल, फेसबुक और सोशल साईट के एकाउंट हैकिंग के मामले शामिल हैं। हाल के दिनों में झारखंड से कई धमकी भरे मेल देश के दूसरे हिस्सों के लिए जेनरेट किए गए, तो सोशल नेटवर्क के माध्यम से दोस्ती कर ठगी के अपराध भी आम हो गए। उम्मीद है इस थाना से ऐसे अपराध पर लगाम लगेगा।