WASHINGTON: दुनियाभर में तहलका मचाने वाले रैनसमवेयर 'वनाक्राई’ से बचाने वाले साइबर विशेषज्ञ को अमेरिका की संघीय जांच एजेंसी एफबीआई ने हैकिंग के आरोप में गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि उसने एक ट्रोजन वायरस तैयार किया था और बड़े पैमाने पर लोगों को निशाना बनाया था। इस साल मई में रैनसमवेयर वनाक्राई ने दुनियाभर में तहलका मचा दिया था। यह वायरस लोगों के कंप्यूटर का सारा डाटा चुरा लेता था और डाटा वापस करने के बदले उनसे पैसे की मांग करता था। उस समय 23 वर्षीय ब्रिटिश युवक मार्कस हचिसन ने इस वायरस से बचने का तरीका देकर खुद को हीरो की तरह स्थापित कर लिया था। लेकिन हालिया जांच में मार्कस के खिलाफ चौंकाने वाली बातें सामने आई हैं।

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क्या है आरोप?
मार्कस मालवेयर टेक के नाम से एक सिक्योरिटी ब्लॉग चलाता है। आरोप है कि जुलाई, 2014 से जुलाई, 2015 के बीच उसने एक ट्रोजन वायरस 'क्रोनोस’ तैयार कर इंटरनेट के जरिये उसे फैलाया था। इसकी मदद से वह लोगों की ऑनलाइन बैंकिंग और क्रेडिट कार्ड से जुड़ी जानकारियां चुराता था। उसने कनाडा, जर्मनी, पोलैंड, फ्रांस, ब्रिटेन और कुछ अन्य देशों में लोगों को निशाना बनाया था।

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