छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र: बड़ी बहन का दोस्त ही ठग निकला। सोमवार को सिटी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि इसका खुलासा जमशेदपुर साइबर पुलिस ने की है। उन्होंने बताया कि 10 अक्टूबर को सुंदरनगर थाना अंतर्गत तुरामडीह निवासी बलराम यादव की पुत्री अंकिता कुमारी ने साइबर थाना बिष्टुपुर में अज्ञात व्यक्ति के खिलाफ दो लाख नौ हजार रुपये खाते से निकाल लेने का मामला दर्ज कराया। युवती ने बताया था कि वह पुणे में एमबीए की पढ़ाई कर रही है। पढ़ाई के लिए एसबीआइ से दो लाख नौ हजार रुपये लोन ली थी। इसे चार-पांच अक्टूबर को अवैध तरीके से निकाल लिया गया।

जांच में जुटी पुलिस

थाने में मामला दर्ज होते ही साइबर थाने की डीएसपी, थाना प्रभारी सत्येंद्र कुमार सिंह, नरेश प्रसाद सिन्हा के नेतृत्व में टीम अनुसंधान में जुट गयी। इसी बीच पुलिस को पता चला कि दयाल सिटी निवासी सूरज सिंह की दोस्ती अंकिता की बड़ी बहन से है। सूरज ने ही अंकिता की बड़ी बहन को धोखे में रखकर ओटीपी के माध्यम से अपने कोटक महेंद्रा के खाता में रुपयों का स्थानांतरण कर लिया है। इसके बाद पुलिस ने शक के आधार पर सूरज का कॉल डिटेल्स निकाला गया। जिससे पुलिस जानकारी मिल गई कि घटना को सूरज ने ही अंजाम दिया है। इसके बाद पुलिस ने सूरज को 14 अक्टूबर को तुरामडीह स्थित स्टेट बैंक के एटीएम के पास शाम चार बजे गिरफ्तार कर लिया। जब उससे पूछताछ की गयी तो आरोपित ने घटना को अंजाम देने की बात स्वीकार कर ली। पुलिस ने उसे सोमवार को कोर्ट में पेश किया, जहां से उसे जेल भेज दिया गया।

पुलिस ने जब्त किए सामान

पुलिस ने आरोपित के निशानदेही पर घटना में प्रयुक्त स्कूटी, कोटक महेंद्रा बैंक का चेक बुक, एमआइ का एक मोबाइल, अंकिता कुमारी की बहन से ओटीपी नंबर, एक नोकिया का मोबाइल तथा 50 रुपये का 20 नोट बरामद किया गया। इन सबका उपयोग घटना को अंजाम देने में किया गया।

पहले भी की है ठगी

सिटी एसपी प्रभात कुमार ने बताया कि गिरफ्तार किए गए सूरज कुमार सिंह पूर्व में भी सिदगोड़ा थाना अंतर्गत एक फाइनांस कंपनी से 3.52 लाख रुपये की ठगी कर चुका है। इस संबंध में सिदगोड़ा थाना में मामला दर्ज कराया गया था। बाद में दोनों के बीच समझौता हो गया था और सूरज ने पैसा लौटा देने की बात कही थी। इसके लिए चेक भी दिया था, लेकिन वह बाउंस हो गया। एसपी ने बताया कि सिदगोड़ा थाना को मामला दर्ज करने को कहा गया है।