क्रेडिट कार्ड ब्लॉक होने का दिया झांसा

खाते में 65 हजार रुपये कराए जमा

आगरा। साइबर के शातिरों के शिकार सीधेसाधो लोगों के अलावा पढ़े-लिखे लोग भी बन रहे हैं। इस बार शातिरों ने मेडीकल हॉल प्रोपरायटर को निशाना बनाया। मनीपुर के अकाउंट में रुपये नेफ्ट करा लिए। प्रोपरायटर को जब इसकी जानकारी हुई तो उन्होने एसएसपी ऑफिस मामले की शिकायत की।

दोपहर में आया था कॉल

चर्च रोड निवासी दीपांकर पुरवार पुत्र स्व। विनोद विहारी गुप्ता का कोतवाली में दीपांकर मेडीकल के नाम से दुकान है। दीपांकर दवाओं के थोक व्यापारी हैं। 2 मई को उनके पास एक कॉल आया कॉल करने वाले ने खुद को एसबीआई क्रेडिट कार्ड कंपनी से बताया। उसने बोला कि आपके कार्ड में बैलेंस बकाया है। आपका कार्ड ब्लॉक होने वाला है। उसने अकाउंट में 65 हजार रुपये खाते में नेफ्ट कराने की बात कही।

खाते में जमा कराए रुपये

शातिर ने दीपांकर को एसबीआई का अकाउंट नम्बर दिया। बताया कि ये नम्बर उनके सीनियर केआर तालू का है। उसने बोला कि आप रुपये यदि नेफ्ट करायेंगे तो कार्ड का काम जल्दी हो जाएगा। दीपांकर का यूको बैंक में अकाउंट है। वह सीधे बैंक आए और 65 हजार रुपये नेफ्ट करा दिए। इसके बाद शाम को उन्होने कस्टमर केयर फोन किया और रुपये पहुंचने की जानकारी की तो पता चला रुपये वहां पर नहीं गए हैं। इसीके बाद उनका माथा ठनका।

मणिपुर का दे दिया नम्बर

पीडि़त ने इस मामले में एसएसपी कार्यालय शिकायत की है। पीडि़त के मुताबिक जब खाते ही जांच करवाई तो खाता मणीपुर का निकला। शातिर ने इसी लिए नेफ्ट कराए जिससे बैंक खाते के बारे में पता न चल सके। पीडि़त के मुताबिक उसकी शिकायत पर खाता ब्लॉक तो हुआ है लेकिन रुपया कहीं और ट्रांसफर कर लिया गया है।