इंग्लैंड में व्यापार के नाम पर डिस्ट्रीब्यूटर को लगाया तीन लाख का चूना

पेमेंट मांगने पर मोबाइल किया बंद, ईमेल एड्रेस हुआ गायब

आगरा। साइबर के शातिरों ने अब सिटी के व्यापारियों को फंसाना शुरु कर दिया है। एक अफ्रीका मूल इंग्लैंड निवासी युवक ने शहर के व्यापारी घोड़ों की शक्ति वर्धक दवा का इंग्लेंड में व्यापार करने का झांसा देकर तीन लाख हड़प लिए। सौदा पक्का होने पर जब व्यापारी ने और माल के एवज में एडवांस मांगा तो मोबाइल बंद हो गया साथ ही ईमेल एड्रेस भी गायब हो गया।

ई मेल से किया था सम्पर्क

राममोहन विहार दयाल बाग निवासी मोहन सिंह टोंक नैस कॉफी के डिस्ट्रीब्यूटर हैं साथ ही यूपी में इनके द्वारा कॉस्मेटिक के माल की सप्लाई भी होती है। संजय प्लेस में इनका ऑफिस है। मई 2017 में इनके पास इंग्लैंड से मेल आया। मेल में घोड़ों की शक्तिवर्धक दवा भारत से इंग्लैंड भेजकर व्यापार करने का प्रस्ताव था। इसमें लागत से दुगुने मुनाफे का प्रलोभन दिया गया। कंपनी ने भरोसा दिलाने के लिए अपने दस्तावेज मेल पर भेजे। इस पर उन्हें विश्वास हो गया।

कंपनी सीधे नहीं ले सकती माल

कंपनी के युवक ने कहा कि शक्तिवर्धक दवा कंपनी उन्हें सीधे नहीं देती आप उससे खरीद कर यहां पर सप्लाई शुरु कर दो। भारत में दवा कंपनी के कर्मचारी का नम्बर भी उपलब्ध कराया जिस पर व्यापारी ने बात की। 8 जून 2017 को सैम्पल खरीदने के लिए बॉम्बे के अकाउंट में तीन लाख रुपया ट्रांसफर कर दिया। इसके बाद कंपनी का आदमी दवा लेकर आया। उसने बताया कि महंगा प्रोडक्ट है कोरियर के आदमी पर विश्वास नहीं कर सकते इस लिए खुद लेकर आना पड़ता है।

मीटिंग में दिया सैम्पल हुआ पास

जून 2017 में ही इंग्लैंड निवासी डेनियल ने उन्हें दिल्ली मीटिंग करने के लिए बुलाया। वहां पर गए तो उसने सैम्पल लिया और कहा कि दिल्ली में जांच नहीं हो पाएगी। जांच बोम्बे कराई होगी। डेनियल ने अपना भारत का मोबाइल नम्बर भी दिया। उसने फोन कर बताया कि सैम्पल पास हो गया है। इसके बाद 500 लीटर दवा और मंगवाने की बात कही। इस पर व्यापारी ने पहले 70 प्रतिशत पेमेंट करने की बात कही जो पहले से तय थी।

धोखा होने पर कराया मुकदमा दर्ज

डेनियल ने उनसे कहा कि पहले कम्पनी ये देखना चाहती है कि इतना महंगा प्रोडक्ट आप खरीद भी सकते हो या नहीं। लेकिन व्यापारी ने पहले पेमेंट करने की बात बोली। इसके बाद मोबाइल बंद हो गया। साथ ही ईमेल एड्रेस भी गायब हो गया इसके बाद से कोई बात नहीं हुई। व्यापारी को इसके बाद ठगी का अहसास हुआ। थाना हरीपर्वत में मामले में मुकदमा दर्ज कराया गया है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।