ब्रांडेड मोबाइल सस्ता बेचने का दिया झांसा

पेटीएम से जमा कराए 16 हजार रुपये, पीडि़त ने की शिकायत

आगरा। साइबर के शातिरों एक बार फिर से ओएलएक्स के जरिए छात्र को निशाना बना लिया। शातिर ने ओएलएक्स पर ब्रांडेड मोबाइल डाल कर सस्ते में बेचने का झांसा दिया। छात्र ने दो बार रुपये भी पेटीएम कर दिए लेकिन मोबाइल हाथ नहीं आ सका। पीडि़त ने मामले में पुलिस से शिकायत की है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।

छात्र को खरीदना था मोबाइल

मूल रूप से फीरोजाबाद निवासी छात्र यहां खंदारी में रेंट पर रह रहा है। छात्र एमसीए की पढ़ाई कर रहा है साथ ही प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहा है। कुछ दिन पहले छात्र ने ओएलएक्स पर एक ब्रांडेड कंपनी का मोबाइल देखा। मोबाइल की मार्केट में कीमत 13 हजार कुछ रुपये है जबकि ओएलएक्स पर उसकी कीमत 10 हजार रुपये लिखी थी। छात्र को मोबाइल पसंद आ गया। उसने साइट पर दिए हुए नम्बर पर कॉल किया।

पेटीएम से जमा कराए रुपये

कॉल रिसीव करने वाले ने खुद को आगरा कैंट निवासी बताया और उसने पेमेंट पेटीएम के माध्यम से करने को बोला। छात्र इस पर तैयार हो गया। उसने टुकड़ों में पेमेंट करने को कहा। उसने झांसा दिया कि मोबाइल कोरियर के माध्यम से छात्र के पास पहुंचा देगा। इस पर छात्र तैयार हो गया। शातिर ने 4 हजार रुपये पहले पेमेंट करने को कहा और मोबाइल मिलने के बाद पूरा पेमेंट का झांसा दिया। इसके अलावा कोरियर चार्ज के 510 रुपये का भी आधा चार्ज देने को बोला।

फिर से जमा कराया पेमेंट

छात्र ने कोरियर चार्ज का आधा पेमेंट मिलाकर 4260 रुपये पेटीएम कर दिए। इस पर शातिर ने उससे कहा कि मात्र चार हजार ही भेजने थे। अब फिर से चार हजार भेजा जो रुपये पहले भेजे हैं वह रिफंड कर दिए जाएंगे। इसके बाद फिर से रुपये जमा कराए। शातिर ने छात्र से कुल 16510 रुपये जमा कराए। अतिरिक्त आए रुपयों को कोरियर सर्विस से रिफंड बता दिया।

छात्र करता रहा इंतजार

पूरा पेमेंट जाने के बाद छात्र के पास दूसरे नम्बर से कॉल आया कि युवक ने खुद को कोरियर सर्विस से बताया। छात्र उसका इंतजार करता रहा लेकिन कोरियर सर्विसकर्मी नहीं आया। इसके बाद मोबाइल स्वामी को फोन किया लेकिन उसका फोन भी नहीं उठा। इसी के बाद छात्र को ठगी का अहसास हुआ। पीडि़त ने मामले में पुलिस से शिकायत की।

पहले भी हो चुकी है ऐसी घटना

एत्माद्उद्दौला स्थित प्रकाश नगर निवासी बीएससी द्वितीय वर्ष का छात्र से जनवरी में शातिर ने आईफोन देने के नाम पर रुपये पेटीएम कराए थे। शातिर ने खुद को पुलिस विभाग से बताया। छात्र से कई बार में 17 हजार रुपये पेटीएम में जमा करा लिए।