-शॉपिंग एप के जरिए डेबिट कार्ड की डिटेल पूछकर कर रही ठगी

-सैन्य अफसर और रेडियो ऑफिसर समेत पढ़े-लिखे लोग हुए शिकार

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BAREILLY: साइबर ठग लोगों को अपने जाल में फंसाने के लिए ठगी के तरीके भी बदलते रहते हैं। इसी वजह से लोग आसानी से उनके शिकार हो जाते हैं। बैंक अधिकारी बनकर एटीएम अकाउंट की डिटेल पूछने वाले साइबर ठग अब ऑनलाइन शॉपिंग वेबसाइट या एप के जरिए डेबिट या क्रेडिट कार्ड की डिटेल पूछकर ठगी कर रहे हैं। ठग पढ़े लिखे लोगों को भी अपना शिकार बना रहे हैं। ठग रेडियो ऑफिसर और आर्मी अफसर को भी ठग चुके हैं। यहां तक कि कई बार तो अकाउंट डिटेल नहीं बताने के बावजूद भी अकाउंट खाली हो जा रहा है। पुलिस साइबर ठगों को पकड़ने में पूरी तरह से नाकाम है।

केस 1-

 

ईबे डॉट काम के जरिए ठगी

चौपुला निवासी फोटो स्टेट शॉप चलाने वाले राजकुमार से साइबर ठगों ने 6 हजार रुपए की ठगी कर ली। राजकुमार के पास ई-वे शॉपिंग वेबसाइट ईबे डॉट काम से ऑनलाइन मोबाइल खरीदने और ऑफर का लालच ि1दया था।

केस 2-

पेटीएम वॉलेट से निकाले 21 हजार

बृज मोहन से पेटीएम वॉलेट के नाम पर 21 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए। साइबर ठगों ने उनके अकाउंट से 5 बार से ट्रांजेक्शन किया। जबकि उनके मोबाइल पर कोई भी मैसेज नहीं आया था। उन्हें एफआईआर दर्ज कराने के लिए लंबी भागदौड़ करनी पड़ी थी।

इन दो केस की तरह ही आए दिन लोगों को साइबर ठग अपने जाल में फंसा रहे हैं। दरअसल लोग शॉपिंग वेबसाइट या एप पर अपनी डिटेल फिल करते हैं। साइबर ठग इन कंपनियों के लोगों से मिलीभगत के जरिए कस्टमर की डिटेल कलेक्ट कर लेते हैं और फिर उनके मोबाइल पर कंपनी का प्रतिनिधि बताकर फोन करते हैं। साइट के बहाने से फोन से लोग सोचते हैं सच में ही कोई फोन आया होगा या कोई ऑफर मिला होगा। उसके बाद वह अकाउंट की डिटेल गलती से बता देते हैं, जिसके बाद अकाउंट खाली हो जाता है।

 


बिना जानकारी लिए भी ठगी

-पिछले दिनों सीबीगंज की लेबर कॉलोनी निवासी दीनबंधु घोष के पास उनके मोबाइल पर एक कॉल आई। उन्होने कोई जानकारी नहीं दी लेकिन अचानक उनके एसबीआई अकाउंट से 4 बार में 45 हजार रुपये निकाल लिए गए।

-2 अप्रैल को सनसिटी विस्तार निवासी वासु गुप्ता के इंडसइंड बैंक के अकाउंट से साइबर ठगों ने 4003 रुपए निकाल लिए। जब उन्हें ठगी का पता चला तो वह बैंक पहुंचे, बैंक ने कहा कि एफआईआर दर्ज होने पर ही जांच शुरू सकेगी।

-25 मार्च को डीडीपुरम निवासी हर्षदीप शर्मा के अकाउंट से साइबर ठगों ने हजारों रुपए का ट्रांजेक्शन पेटीएम व फ्री चार्ज के जरिए किया था। उन्हें ठगी का जब पता चला, जब वह बैंक पहुंचे थे।

-हरियाणा की कार कंपनी में काम करने वाले गायत्री नगर, इज्जतनगर निवासी सुदर्शन सिंह के अकाउंट से 22 बार में 27,76000 रुपए ऑनलाइन निकाल लिए गए। उनके पास इसका कोई भी मेसेज नहीं आया। उन्होंने किसी को अपने अकाउंट की जानकारी भी नहीं दी थी।


बैंक मैनेजर बनकर ठगी जारी

-11 सितंबर को चाहबाई निवासी कुलदीप कुमार श्रीवास्तव के अकाउंट से साइबर ठगों ने मोबाइल नंबर पर कॉल कर एटीएम नंबर पूछकर अकाउंट से 5,57,000 रुपए खाली कर दिए। उन्होंने एटीएम के कस्टमर केयर से बात की लेकिन कोई फायदा नहीं हुआ।

-13 फरवरी को एफसीआई कॉलोनी डेलापीर निवासी आईवीआरआई क्लर्क राजेंद्र सिंह के अकाउंट से साइबर ठगों ने 43 हजार रुपए ठग लिए। साइबर ठग ने बैंक मैनेजर बनकर उनके एटीएम अकाउंट की डिटेल जानी थी।

-5 जनवरी बिहारीपुर कोतवाली निवासी स्वाति रस्तोगी के अकाउंट से साइबर ठगों ने 5 मिनट में 91 हजार रुपए ट्रांसफर कर लिए थे। स्वाति को कॉल करने वाले ने खुद को बैंक मैनेजर बताया था और एटीएम रेन्यू करने की बात कही थी।