आगरा। सड़क से साइबर तक आपका कैश सुरक्षित नहीं हैं। कैश साथ रखकर चलने पर बदमाश निशाना बना लेते हैं, तो एकाउंट में रुपया रखने पर साइबर शातिर। हाल के दिनों में तो साइबर शातिरों ने सड़कों पर वारदात करने वाले बदमाशों को भी पीछे छोड़ दिया है। लोगों की छोटी सी भूल लाखों की चपत में बदल जाती है। इसके बाद पीडि़त पुलिस के चक्कर काटता रहता है।

एकाउंट में महफूज नहीं रकम

शहर में इस वर्ष की लूट की वारदात पर नजर डालें तो चौंकाने वाले आंकड़े सामने आए। बदमाशों से अधिक वारदातों को साइबर शातिरों ने अंजाम दिया। कैश साथ लेकर सड़क पर चलने से ज्यादा बड़ा खतरा इंटरनेट पर ट्रांजेक्शन का सामने आया। ऐसे में बैंक अकाउंट में अपनी पूंजी महफूज समझकर रहने वालों को सतर्क रहने की जरूरत है।

वॉलेट भी नहीं है सुरक्षित

मोबाइल में कई कंपनियों द्वारा ई-वॉलेट की सुविधा दी जा रही है। आकर्षक कैशबैक और अन्य ऑफर के चलते इसका उपयोग भी तेजी से बढ़ रहा है। लेकिन, यहां भी आपकी रकम सुरक्षित नहीं है। ट्रांजेक्शन के दौरान एक छोटी सी गलती आपका मोटा नुकसान करा सकती है।

शिक्षिका का रुपया ओला वॉलेट में किया ट्रांसफर

सदर थाना क्षेत्र देवरी रोड निवासी शिक्षिका प्राइवेट स्कूल में पढ़ाती हैं। उनका बैंक ऑफ बड़ौदा में अकाउंट है। कुछ दिन पहले उन्होंने एटीएम कार्ड बनवाया। उनके पास एक कॉल आया। कॉल करने वाले ने खुद को बैंक अधिकारी बताया। उसने कहा कि आपका एटीएम कार्ड एक्टिवेट करना है.शातिर ने शिक्षिका के मोबाइल पर ओटीपी भेजा जो पूछ लिया। इसके बाद उनके अकाउंट से 20999 रुपये निकल गए। पासबुक में एंट्री कराई तो मामले की जानकारी हो सकी। पीडि़ता ने थाना सदर में शिकायत की। मामला साइबर सेल जांच के लिए भेजा। छानबीन में निकल कर आया कि शातिर ने शिक्षिका के अकाउंट से रुपया अपने वॉलेट में ले लिया है। शातिर ने ओटीपी जानकर अपने वॉलेट पर शिक्षिका का अकाउंट ऑपरेट कर लिया। एक के बाद एक रकम बैंक से ट्रांसफर कर वॉलेटभर लिया।

युवक का अकाउंट किया साफ

थाना ताजगंज, गुतला निवासी युवक मजदूरी करता है। कुछ दिन पहले वह एक एटीएम से रुपया निकालने गया था। इसके बाद उसके अकाउंट से 34 हजार रुपये निकल गए। उसके पास कोई मैसेज नहीं आया। वह जब पासबुक चढ़वाने गया तो मामले की जानकारी हुई। पीडि़त ने थाने में शिकायत दर्ज कराई। पीडि़त का अकाउंट बरौली अहीर स्थित केनरा बैंक में है। पीडि़त के मुताबिक उसके पास कोई कॉल नहीं आई, जिसे वह ओटीपी बताता। छानबीन में संभावना जताई जा रही है कि उसके कार्ड की क्लोनिंग हुई है जिसके बाद शॉपिंग हुई है। चूंकि वह एक एटीएम में गया था, जिसमें पहले से कुछ लोग थे। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।