- ट्रेक्शन फाइनेंशियल बिड ओपन, 25 केवी से दौड़ेगी मेट्रो ट्रेन

- फेयर के अलावा रेवन्यू के लिए यूज किए जाएंगे और संसाधन

LUCKNOW: मेट्रो स्टेशन पर अब साइकिल पार्किग की भी सुविधा होगी। दिल्ली मेट्रो की तर्ज पर एलएमआरसी भी हर स्टेशन पर पार्किग में साइकिल खड़ी करने की सुविधा देगा। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव के अनुसार, मार्च 2019 तक चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक मेट्रो के काम को पूरा करने का टारगेट है। अक्टूबर के फ‌र्स्ट वीक में इसके लिए टेंडर भी ओपन होगा। इसके अलावा ट्रेक्शन फाइनेंशियल बिड भी ओपन हो गई है, जिसमें मेट्रो में यूज होने वाली बिजली का खर्च और उसकी लागत साफ हो गई है।

25 केवी से चलेगी मेट्रो ट्रेन

मेट्रो की ट्रेक्शन फाइनेंशियल बिड ओपन हो चुकी है। ट्रेक्शन यानी मेट्रो में यूज होने वाली बिजली सप्लाई। इसके अनुसार, मेट्रो को करीब 132 केवी बिजली की जरूरत पड़ेगी। एक तरफ 25 केवी से मेट्रो रन करेगी तो दूसरी ओर 33 केवी मेट्रो स्टेशन में यूज होगा। इसके अलावा 414 बोल्ट से लाइटिंग, लिफ्ट, एक्सकेलेटर्स और अन्य संसाधन चलाये जाएंगे। इसके लिए यूपीपीसीएल से कांट्रेक्ट भी किया जाएगा।

अक्टूबर के फ‌र्स्ट वीक में होगा टेंडर

चारबाग से केडी सिंह बाबू स्टेडियम तक अंडर ग्राउंड मेट्रो का डिजाइन लगभग फाइनल हो चुका है। पूरा प्रोजेक्ट मार्च 2019 तक पूरा करने का टारगेट है। इसके लिए अक्टूबर मंथ के फ‌र्स्ट वीक में टेंडर निकाला जाएगा। एलएमआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि दिल्ली मेट्रो के यूनिवर्सिटी एरिया की तर्ज पर मेट्रो के हर स्टेशन पर साइकिल पार्किग की भी व्यवस्था की जाएगी। इसके लिए पार्किग की डिजाइन को उसके हिसाब से तैयार किया जा रहा है। सीएम अखिलेश यादव ने भी मेट्रो स्टेशन पर साइकिल की पार्किग की व्यवस्था के लिए निर्देश दिये थे।

रेवन्यू के लिए यूज होंगे अन्य संसाधन

मेट्रो चलाने के लिए आने वाला खर्च और उससे रेवन्यू निकालने के लिए अभी से प्लानिंग शुरू कर दी गई है। मेट्रो के फेयर से करीब 80 से 85 प्रतिशत तक रेवन्यू आने की संभावना है, जबकि बाकी का रेवन्यू इकट्ठा करने के लिए कई और संसाधन का प्रयोग एलएमआरसी करेगा। इसमें विज्ञापन, प्रॉपर्टी डेवलपमेंट, स्टेशन पर एटीएम बूथ और काफी शॉप के अलावा कई अन्य संसाधन का प्रयोग किया जा सकता है। विज्ञापन के अलावा भी कई प्रोजेक्ट एमएलआरसी चला रहा है। ग्रीन सिग्नल मिलने के बाद उसका जल्द खुलासा भी किया जाएगा।

आर्मी की जमीन का निरीक्षण पूरा

मवईया के बाद बनाए जा रहे मेट्रो स्टेशन का कुछ हिस्सा आर्मी की जमीन पर है। जमीन के लिए एमएलआरसी की आर्मी से बातचीत अंतिम चरण में है। जमीन के निरीक्षण के बाद एमएलआरसी ने उसकी रिपोर्ट भी आर्मी को सौंप दी है। एमएलआरसी के एमडी कुमार केशव ने बताया कि मेट्रो का काम तेजी से चल रहा है। टेलीकॉम का टेंडर भी 3 सिंतबर को ओपन किया गया है, जिसकी कॉस्ट करीब 100 करोड़ रुपए होगी।