JAMSHEDPUR: जमशेदपुर के जुबिली पार्क घूमने आनेवालों के लिए खुशखबरी है। अब सिर्फ 15 रुपए प्रति घंटे खर्च कर आप साइकिल से पार्क घूम सकते हैं। जुस्को और स्टार्ट-अप कंपनी टिल्ट ने भाड़े पर साइकिल देने की शुरुआत की है। शुक्रवार की शाम को सेंटर फॉर एक्सिलेंस छोर में जुबिली पार्क के अंदर बने स्टैंड से ईस्ट सिंहभूम के डीसी अमित कुमार, वाइस प्रेसिडेंट (सीएस) चाणक्य चौधरी, जुस्को एमडी तरूण डागा, कॉरपोरेट कम्युनिकेशन चीफ रितुराज सिन्हा, कैप्टन धनंजय मिश्रा और जुस्को श्रमिक यूनियन अध्यक्ष रघुनाथ पांडेय ने साक्लिंग कर इसकी शुरुआत की।

एप्प डाउनलोड करना होगा

साइकिल शेय¨रग की इस सुविधा का लाभ लेने के लिए गूगल प्ले स्टोर से टिल्ट डॉट बाइक एप्प डाउनलोड करना होगा। शुरुआत ऑफर के तहत 99 रुपये के रिचार्ज पर 149 रुपये मिलेंगे। साइकिल के लॉक पर बने यूआर बार कोड को डाउनलोड मोबाइल एप्प से स्कैन कराना होगा। इससे साइकिल खुल जाएगी और फिर पार्क के अंदर साइकिल चलाने का लुत्फ उठाया जा सकेगा। इसके लिए पार्क के अंदर 2.5 किलोमीटर लंबा ट्रैक बनाया गया है। यहां एक घंटे के लिए 15 जबकि आधे घंटे के लिए दस रुपये चुकाने होंगे। जुबिली पार्क के दोनो छोर पर दो स्टैंड बनाए गए हैं। स्थानीय एक छोर से साइकिल उठाकर उसे दूसरे छोर पर भी छोड सकते हैं। जबकि जूलोजिकल पार्क के अंदर घूमने के लिए अलग से साइकिल लेनी होगी। सोमवार को साइकिल सेवा बंद रहेगी।

तीन लोगों की पहल से सेवा शुरू

इस सुविधा को जुस्को के अभिषेक दुबे, टिल्ट के संस्थापक दीपक वीएस और मैपिंग व‌र्ल्ड के शफीक अहमद ने मिलकर इस सेवा की शुरुआत की है। अभिषेक ने बताया कि डिमांड बढ़ने पर साइकिलों की संख्या को बढ़ाई जाएगी। उन्होंने बताया कि फिलहाल यह सुविधा देश के किसी शहर में नहीं है। टाटा मोटर्स, पुणे प्लांट में साइकिल की सुविधा कर्मचारियों को मिलती है।

कैलरी बर्न की जानकारी देगा एप

जब साइकिल के साथ सवार स्टैंड में वापस आएगा तो डाउनलोड एप बताएगा कि उनका कितना पैसा कटा। कितना किलोमीटर उन्होंने साइकिल चलाई और इसमें उनकी कितनी कैलरी बर्न हुई।

साइकिल में जीपीएस सिस्टम

टाटा स्ट्राइकर कंपनी की इस साइकिल को महिला और पुरुष दोनों चला सकते हैं। इस साइकिल में जीपीएस सिस्टम लगा है जो इसे हर पल ट्रैक करता रहेगा। वहीं, मैपिंग व‌र्ल्ड डॉट इन द्वारा पूरे जुबिली पार्क की जियो फेसिंग की गई है। यदि कोई इस साइकिल को चुराने या ट्रैक से बाहर जाने का प्रयास करेगा तो इसकी सूचना कंट्रोल रूम तक पहुंच जाएगी।