- पटना जू में है बेबी केयर ट्रॉली की भी व्यवस्था

-जू में साइक्लिंग भी पसंद है पटनाइट्स को

PATNA: स्टेट एन्वॉयरमेंट एंड फॉरेस्ट डिपार्टमेंट की एक प्लानिंग चल रही है। नाम है, साइकिल चलाओ पर्यावरण बचाओ। इसकी शुरुआत एक सितंबर ख्0क्ब् से हुई थी, जो फ्क् दिसंबर तक चलेगा। इस योजना के पीछे की सोच यही है कि पर्यावरण व हेल्थ के प्रति लोगों को अवेयर किया जाए, जिसका असर भी होता दिख रहा है।

कॉमन मैन का 'स्पेशल' वाक

पटनाइट्स हेल्थ कांशस हैं। इसी कारण लोग मॉर्निग वाक करना नहीं छोड़ते हैं। पटना जू के पास भी सुबह-सुबह मॉर्निग वाक करने वालों की खूब भीड़ होती है। जू में मॉर्निग के समय आम पब्लिक ही नहीं, अधिकारी व लीडर भी आते हैं। बहुत पटनाइट्स ऐसे हैं, जो अपनी साइकिल से ही जू आते हैं और साइकिल को स्टैंड में लगाकर मॉर्निग वाक करते हैं। वहीं, जू में दिन के समय आने वाले विजिटर के लिए भी साइकिल की व्यवस्था है। विजिटर चाहें, तो साइकलिंग कर जू घूम सकते हैं।

साइकिल से आते हैं दफ्तर

जू के कर्मी साइकिल से ही दफ्तर आते हैं। पटना जू के अधिकारी हों या साधारण कर्मी सभी को जू की तरफ से साइकिल दिया गया है। अधिकारी भी पूरे जू का भ्रमण या निरीक्षण साइकिल से ही करते हैं। जू के उप निदेशक अजीत सिंह कहते हैं कि जू के अंदर किसी तरह के पॉल्यूशन से हमलोग बचते हैं। जू में छोटे बच्चों के लिए बेबी केयर ट्रॉली की भी व्यवस्था है। आप अपने छोटे बच्चों के साथ आराम से जू का आनंद ले सकते हैं।

आप भी हो सकते हैं शामिल

साइकिल चलाओ पर्यावरण बचाओ अभियान के तहत आप भी इस योजना में शामिल हो सकते हैं। प्रत्येक संडे को सुबह म्.फ्0 से 8.फ्0 तक कोई भी व्यक्ति अपना रजिस्ट्रेशन करवा सकता है। योजना में शामिल व्यक्ति को रोज साइकिल स्टैंड से एक कूपन दिया जाता है। इस कार्यक्रम के आखिर में कूपन के हिसाब से इनाम भी दिए जाने का प्लान है।

पर्यावरण को अगर हम कुछ दे सकते हैं तो साइकिल की सवारी करनी ही चाहिए। हम जू के सारे कर्मी साइकिल से ही सारा काम निपटाते हैं। साइक्लिंग से सेहत भी फिट रहता है और पॉल्यूशन भी नहीं होता।

अजीत सिंह, डिप्टी डायरेक्टर, पटना जू