कानपुर। भारतीय मौसम विभाग के मुताबिक, अरब सागर में लो प्रेशर की वजह से तेज आंधी-तूफान केरल के तटीय इलाकों को अपनी चपेट में ले सकता है। इधर बंगाल की खाड़ी से उठे चक्रवात गाजा के तमिलनाडु के तट से टकराने के बाद केरल की ओर बढ़ने से यहां खतरा डबल हो गया है। वहीं हिंद महासागर की ओर से भी भारत के दक्षिण प्रायद्वीपीय तटीय इलाके में हालात बिगड़ सकते हैं। इन हालातों में तमिलनाडु और केरल में भारी आंधी-तूफान के साथ बारिश की आशंका है। इससे पहले तमिलनाडु में चक्रवात गाजा की वजह से जानमाल का काफी नुकसान हुआ है। बृहस्पतिवार और शुक्रवार की आधी रात चक्रवात तमिलनाडु के तट से टकराया और इससे राज्य में काफी नुकसान हुआ। 13 से अधिक लोगों की मौत हो गई। एहतियातन 41 शिविरों में निचले स्तर पर रह रहे करीब 82 हजार लोगों को राहत एवं बचाव के लिए शिफ्ट किया गया है।

असम और मेघालय में छाया रहेगा घना कोहरा
मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमान में बताया कि हिमालय के पश्चिम में वेस्टर्न डिस्टर्बेंस की वजह से जम्मू-कश्मीर और आसपास के राज्यों में हालात थोड़े मुश्किल भरे होंगे। यहां हल्की बर्फबारी या बारिश हो सकती है। इसका असर हिमालय से लगे मैदानी इलाकों पर भी पड़ेगा। इन राज्यों में भी कहीं-कहीं बारिश हो सकती है और ठंडी हवाएं चल सकती हैं। मौसम विभाग के अनुसार, उत्तर पश्चिम भारत के राज्यों में मौसम शुष्क रहने की वजह से यहां के न्यूनतम तापमान में 2 से 3 डिग्री की बढ़ोतरी हो सकती है। पूर्वोत्तर के असम और मेघालय में घना कोहरा छाया रहेगा। यहां के अन्य राज्यों अरूणाचल प्रदेश, नागालैंड, मिजोरम और त्रिपुरा में सुबह के समय हल्का या इससे ज्यादा घना कोहरा छाया रहेगा। भारतीय मौसम विभाग ने अपने पूर्वानुमानों में बताया कि अगले दो से तीन दिनों के बीच मौसम में कुछ खास बदलाव के चिह्न नहीं दिख रहे हैं। लक्षद्वीप, दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत और जम्मू-कश्मीर को छोड़कर शेष भारत में मौसम शुष्क रहेगा।

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