छ्वन्रूस्॥श्वष्ठक्कक्त्र : बारीडीह स्थित भोजपुर कॉलोनी निवासी लक्ष्मी नारायण सिंह की पत्नी रम्भा देवी गैस सिलेंडर पर नहाय खाय का प्रसाद बना रही थी। इसी क्रम में गैस सिलेंडर की रेगुलेटर में आग लग गई। महिला आग से आंशिक रूप से झुलस गई लेकिन कमरे का सारा सामान जलकर राख हो गया। दमकल कर्मियों के आने के बाद आग पर काबू पाया जा सका। घर में लगी आग का नजारा देखकर लोगों के मुंह से अनायास ही निकल गया कि छठ मईया की कृपा से बड़ा हादसा टल गया। रम्भा देवी को इलाज के लिए एमजीएम हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था, जहां से दो घंटे बाद वह घर पहुंचे गई और वह छठ पर्व की तैयारी में जुट गई।

हो रहा था गैस रिसाव

लक्ष्मी नारायण सिंह की पत्नी रम्भा देवी छठ वर्त करती है। दो दिन पहले ही गैस सिलेंडर का रेगुलेटर बदली की थी। नहाय खाय बनाने के लिए एक विशेष कमरे की साफ सफाई की व्यवस्था की थी और दस बजे के करीब नहाय खाय का प्रसाद बनाने के लिए जैसे की गैस चालू की। गैस का रिसाव होने लगा। उन्होंने जैसे ही गैस चूल्हा जलाया, रेगुलेटर के पास आग लग गई। आग की धाह (गर्मी) से रम्भा देवी की चेहरा झुलस गई। वह शोर मचाते हुए कमरे से बाहर भागी। इस बीच परिवार के अन्य सदस्य पहुंचकर आग पर काबू के प्रयास में जुट गए।

पलंग, कुर्सी, पंखा व कपड़ा जलकर खाक

आग की लपटे इतनी तेज थी कि पलंग, कुर्सी, पंखा, कपड़ा पूरी तरह से जल कर राख हो गया। महिला को इलाज के लिए एमजीएम पहुंचाया गया। इस बीच सूचना मिलने पर प्रभारी डीसी सह डीडीसी विनोद कुमार, डीपीआरओ संजय पांडेय, बीजेपी जिलाध्यक्ष दिनेश कुमार, बारीडीह मंडल अध्यक्ष रुबी झा समेत काफी संख्या में लोग वहां पहुंचे। डीडीसी ने मुआवजा देने का आश्वासन दिया।

व्रती के घर पहुंचाया व्रत के सामान

बारीडीह मंडल की अध्यक्ष रुबी झा ने महिला के घर में छठ की तैयारी से जुड़ी सामान पहुंचा दिया। रम्भा के चेहरे पर दवा लगी हुई है लेकिन जो भी उनसे मिलने के लिए पहुंच रहा है सभी से वह एक ही बात कह रही है कि भले लाखों रुपये का नुकसान हो गया लेकिन वह छठ मईया की कृपा से बच गई है और वह घायल होने के बावजूद छठ पर्व करेगी।