- आतंकी ग्रुप को फाइनेंस करती है डी कंपनी

- लश्कर, आईएसआई, दाऊद का वेस्ट यूपी से गहरा कनेक्शन

Meerut : मेरठ समेत पूरे वेस्ट यूपी में पहुंच रही नकली नोटों की खेप और आईएसआई एजेंटों के पकड़े जाने से इतना तो तय है कि वेस्ट यूपी से दाऊद और आईएसआई का सीधा कनेक्शन है। यह साफ है कि वेस्ट यूपी में बैठे अपने पर इन्हें काफी भरोसा है। इस समय दाऊद और आईएसआई की पूरी नजरें वेस्ट यूपी पर आकर टिक गई हैं। लेकिन लश्कर-ए-तोइबा जैसे खतरनाक आतंकी संगठन भी वेस्ट यूपी में पैर पसार सकता है। इसके सबूत भी पहले मिल चुके हैं।

दाउद है लश्कर का फाइनेंसर

इंटरनेट पर दाउद पर जारी एक रिपोर्ट के मुताबिक क्99ख् में उत्तर प्रदेश में ख्00 विशेष समुदाय के लोगों के मारे जाने के बाद दाऊद इब्राहिम अल कायदा, पाकिस्तान की इंटर-सर्विसेज इंटेलीजेंस और बाद में लश्कर-ए-तोइबा के नजदीक आ चुका था। एक ऑर्गनाइजेशन तैयार कर चुका था, जो भारत में रह रहे संप्रदाय विशेष के बचाव में कार्य करती है। क्99फ् मुंबई बम धमाकों के बाद दाऊद करांची चला गया था। जहां उसने लश्कर के साथ एक आर्गनाइजेशन बनाई थी। ये आर्गनाइजेशन लश्कर ऑपरेशन को फंडिंग, टेरेरिस्ट को रिक्रूट करने के लिए बिजनेस कनेक्शन बनाती है। वहीं लश्कर डी कंपनी के पर्सनल लिंक और स्मगलिंग चैनलों का इस्तेमाल करती है।

तो वेस्ट यूपी है से जुड़े तार

जिस तरह से डी-कंपनी के पर्सनल लिंक और स्मगलिंग चैनलों का इस्तेमाल लश्कर-ए-तोइबा करती है। डी-कंपनी और आईएसआई की सांठगांठ और डी-कंपनी और आईएसआई के गुर्गो के पकड़े जाने से इतना तो तय है कि वेस्ट यूपी में डी-कंपनी की जडे़ लगातार मजबूत होती जा रही हैं। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि लश्कर-ए-तोइबा अपने किसी भी ऑपरेशन को पूरा करने के लिए वेस्ट यूपी में बैठे डी-कंपनियों के गुर्गो की मदद ले सकता है।

हफीज सईद से नजदीकियां

दाऊद इब्राहिम की लश्कर-ए-तैय्यबा सरगना हफीज सईद से काफी नजदीकियां हैं। हफीज के संगठन का दाउद पूरी तरह से फाइनेंसर है। दाउद के दुनिया भर में बने लिंक की मदद ये आतंकी संगठन लगातार लेता रहता है।