RANCHI : खाद्य आपूर्ति मंत्री श्री सरयू राय ने कहा है कि अगले वर्ष से सरकार आंगनबाड़ी केंद्रों के बच्चों को दाल भी देगी। सरकार ने इसके लिए पहल शुरू कर दी है। कहा कि महिलाओं व बच्चों के बुनियादी स्वास्थ्य को बनाये रखने के लिए अनाज ही एकमात्र संसाधन है। इसलिए कृषि उपजों का बेहतर उपयोग किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि कुपोषण को हटाने के लिए सरकार ने नया निदेषालय का गठन किया है। श्री राय ने समुदाय की ओर से बच्चों के पोषण को मजबूत बनाने के लिए किये जा रहे प्रयासों की सराहना भी की। वे आज एक्षन अगेंस्ट मालन्यूट्रेषन (आम) प्रोजेक्ट के तहत गैर सरकारी संस्थाओं की ओर से नामकोम के बगईचा में आयोजित दो दिवसीय सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।

पोषण मिशन का होगा गठन

इस अवसर पर समाज कल्याण एवं बाल विकास मंत्री डॉ लुईस मरांडी ने कहा कि सरकार कुपोषणमुक्त झारखंड बनाने के लिए पोषण मिशन का गठन करने जा रही है। बच्चों को कुपोषण की समस्या से निजात दिलाने के लिए पोषण सखी की नियुक्ति की प्रक्त्रिया चल रही है। मिशन का शुभारंभ 13 नवंबर को करने की योजना है। डॉ मरांडी ने राज्यों में संचालित पालनाघरों की सफलता पर कहा कि समाज का भी दायित्व बनता है कि बच्चों को पोषणयुक्त आहार देने की दिषा में वे इसी तरह कार्य करते रहें। उन्होंने रेडी टू इट फूड पर कहा कि केंद्र सरकार के द्वारा पैकेट फूड उपलब्ध करायी जाती है। इस अवसर पर समाज कल्याण निदेषक रवींद्र प्रसाद सिंह, अर्थषास्त्री डॉ रमेष शरण, एकजुट के निदेषक डॉ प्रषांत त्रिपाठी, पब्लिक हेल्थ रिसोर्स नेटवर्क की राष्ट्रीय समन्वयक डॉ वंदना प्रसाद, शंपा राय, सिनी के सहायक निदेषक रंजन पांडा, सामाजिक कार्यकर्ता बलराम, गुरजीत सिंह आदि ने भी विचार व्यक्ति किये। सम्मेलन में झारखंड, बिहार छत्तीसगढ़ व उड़ीसा से आये लगभग 300 से अधिक पालनाघर संचालिका भाग ले रही हैं।