डीआईओएस के स्तर पर गड़बड़ी से हुई ये गलती

लास्ट ईयर नकल के आरोप में की गई थी कार्रवाई

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PRAYAGRAJ: लास्ट ईयर जिस स्कूल को डीआईओएस ने सामूहिक नकल के मामले में डिबार करने की संस्तुति दी थी, उसे ही फिर से सेंटर बना दिया गया। मामले की जानकारी होते ही हड़कंप मच गया। सूचना मिलने के बाद यूपी बोर्ड की सचिव ने प्रयागराज के डीआईओएस ने तत्काल रिपोर्ट तलब की है।

स्कूल में मिली थी फोटोकॉपी मशीन

पिछली बार बोर्ड परीक्षा के दौरान 13 फरवरी को हाईस्कूल की गणित विषय की परीक्षा चल रही थी। डीआईओएस के निर्देशन में सचल दल टीम धूमनगंज एरिया में स्थित श्री कंधई सिंह सिंगरौर इंटर कालेज पहुंची। डीआईओएस ने जांच के दौरान स्कूल में फोटोकॉपी मशीन बरामद की। यही नहीं मशीन में गणित के प्रश्नपत्र भी बरामद हुए। इसके बाद डीआईओएस ने कौशांबी के पिपरी थाने में पूरे मामले की सूचना दे कर कार्रवाई की। इसके साथ ही स्कूल को डिबार करने की संस्तुति दी। इसके बाद भी इस बार डीआईओएस के सत्यापन रिपोर्ट के बाद यूपी बोर्ड ने संबंधित स्कूल को सेंटर बना दिया। इस मामले की जानकारी जब बोर्ड सचिव नीना श्रीवास्तव को हुई तो उन्हें भी यकीन नहीं हुआ। बोर्ड के क्षेत्रीय कार्यालय प्रयागराज के उप सचिव एसपी द्विवेदी ने तत्काल डीआईओएस आरएन विश्वकर्मा से बात की। उन्होंने बताया कि स्कूल को डिबार करने के लिए उनकी ओर से बोर्ड को पत्र भी भेजा गया था। इसके बाद भी सेंटर बनाया गया है। इस पर सचिव नीना श्रीवास्तव ने डीआईओएस से पूरे मामले की रिपोर्ट मांगी है। जिससे गड़बड़ी करने वाले कर्मचारियों पर कार्रवाई हो सके।

डीआईओएस ने पत्र भेजने की बात कही है। डीआईओएस से रिपोर्ट मांगी गई है। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।

नीना श्रीवास्तव, सचिव, यूपी बोर्ड