- पूरे परिवार को पीटकर बंधक बनाया, कैश और ज्वैलरी लूटी

- ढाई घंटे किया नकाबपोश बदमाशों ने तांडव, सुबह पहुंची पुलिस

- रिहायशी इलाके में अवैध कब्जेदारों को देख भड़की एसएसपी

LUCKNOW: राजधानी के पॉश एरिया गोमतीनगर के विराज खंड में नकाबपोश बदमाशों ने शनिवार देर रात डिस्ट्रिक्ट फॉरेस्ट अफसर अशोक कुमार शुक्ला के घर डाका डाल दिया। करीब आठ बदमाशों ने पूरे परिवार को बंधक बनाकर जमकर लूटपाट की। ढाई घंटे तक तांडव करने के बाद वे आसानी से फरार भी हो गये। सुबह पांच बजे डीएफओ ने पुलिस को सूचना दी जिसके बाद वहां पुलिस अफसरों का जमावड़ा लग गया। अशोक शुक्ला अंबेडकरनगर में डीएफओ हैं।

सोती रही पुलिस, होती रही लूटपाट

विराज खंड स्थित न्यायिक प्रशिक्षण केंद्र से चंद कदमों की दूरी पर डकैतों ने डीएफओ के घर को निशाना बनाया और स्थानीय पुलिस सोती रही। ढाई घंटे तक डकैत घर के चप्पे-चप्पे की तलाशी लेते रहे, डीएफओ के परिवार के सदस्यों को पीटते रहे लेकिन किसी ने उनकी गुहार नहीं सुनी। डकैतों ने घर में मौजूद महिलाओं के जेवर तक उतरवा लिए। सुबह पांच बजे बंधन मुक्त होने पर डीएफओ ने 100 नंबर पर पुलिस को डकैती की सूचना दी, जिसके बाद विभूति खंड पुलिस समेत आस-पास के थानों की फोर्स मौके पर पहुंच गई। सुबह आठ बजे डीआईजी आरकेएस राठौर, एसएसपी मंजिल सैनी एसपी क्राइम डॉ। संजय कुमार व क्राइम ब्रांच की टीम मौके पर पहुंच गई। डीएफओ के अनुसार बदमाश घर में रखा कैश और ज्वैलरी लूट ले गए लेकिन उसकी कीमत के बारे में उन्होंने पुलिस को कोई जानकारी नहीं दी।

पूजा में शामिल होने आए थे राजधानी

अंबेडकर नगर में तैनात डीएफओ अशोक कुमार शुक्ला परिवार के साथ 2ख्/35 विराज खंड में रहते हैं। परिवार में पत्नी निशा, बेटा पार्थ और बेटी नेहा हैं। पार्थ और नेहा एमबीए के स्टूडेंट है, जबकि पत्नी निशा हाउस वाइफ है। उनके मकान में श्रावस्ती का रहने वाला माली हरिराम भी रहता है। डीएफओ गुरुवार को पारिवारिक पूजा में शामिल होने के लिए अंबेडकरनगर से राजधानी आए थे। एसएसपी मंजिल सैनी ने बताया कि रात करीब दो बजे 7-8 की संख्या में नकाबपोश बदमाश डीएफओ के घर में दीवार फांद कर दाखिल हुए। बदमाशों की आहट पाकर हरिराम जैसे ही बाहर निकला, बदमाशों ने उसे बंधक बना लिया। उसकी पिटाई कर उसी के चादर से उसका हाथ-पैर बांध कर बाथरूम में बंद कर दिया।

पूरे परिवार को पीटकर कमरे में किया बंद

माली हरिराम के अनुसार सभी बदमाश नकाबपोश थे और उनके हाथ तमंचा, लोहे की राड और चापड़ नुमा हथियार था जिससे मेन गेट से दाखिल होने के बाद मकान के इंट्री गेट के कुंडी तोड़ दी। बदमाश हाल में परिसर में पहुंच गए, लेकिन जानकारी के अभाव से वह भ्रमित हो गए। बदमाश ने बाथरूम में बंद हरिराम को दोबारा हाल में लेकर पहुंचे और उससे घर में रहने वालों की संख्या और कमरों की जानकारी की। नीचे मंजिल में डीएफओ की पत्नी निशा अपनी बेटी नेहा के साथ सो रही थी। बदमाश सबसे पहले निशा के कमरे में दाखिल हुए और मां-बेटी को बंधक बना लिया। जिस दौरान उनके शरीर में पहने जेवर भी बदमाशों ने उतरवा लिए।

दहशत कायम करने के लिए पीटा

इसके बाद पहली मंजिल पर कमरे में सो रहे डीएफओ और उनके बेटे को बदमाशों ने बंधक बना लिया। विरोध करने पर दोनों को पीटा और चादर से बांध दिया। बदमाशों ने घर के चारों सदस्यों को एक कमरे में बंद कर दिया और ढाई घंटे तक मकान के चप्पे-चप्पे की तलाशी ली। सुबह पांच बजे के करीब बदमाशों ने लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद डीएफओ को बेसमेंट में, पत्नी निशा को बाथरूम में और बेटे- बेटी को कमरे में बंद कर फरार हो गये। बदमाशों ने परिवार के सभी सदस्यों को मोबाइल फोन को भी तोड़ दिया जिससे वह पुलिस को सूचना न दे सके।

सीयूजी से दी सूचना

बदमाशों ने निगाह से बच गये सीयूजी नंबर वाले मोबाइल से डीएफओ ने पुलिस को घटना की सूचना दी। सबसे पहले बंधन मुक्त हुई बेटी नेहा ने पिता के हाथ-पैर खोले और बाकी सदस्यों के बंधन मुक्त कराया। डीएफओ ने अपने सीयूजी नंबर से सुबह पांच बजे के बाद 100 नंबर डकैती की सूचना दी। साढ़े पांच बजे तक विभूति खंड थाने की पुलिस मौके पर पहुंची गई और आला अफसरों की घटना की जानकारी दी। डॉग स्कवायड और फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट टीम ने मौके का निरीक्षण किया।

सात लाइन की दी तहरीर

दोपहर 12 बजे आईजी जोन ए। सतीश गणेश ने भी घटनास्थल का निरीक्षण किया। उन्होंने पुलिस टीम को सीसीटीवी फुटेज खंगालने के निर्देश दिये। वहीं एसएसपी ने भी सख्त लहजे से विभूति खंड पुलिस को केस को जल्द वर्कआउट करने का चेतावनी दी। डीएफओ ने अज्ञात नकाबपोश बदमाशों के खिलाफ डकैती का केस दर्ज कराया है।

नकाबपोश बदमाशों ने डीएफओ के घर डाका डाला है। केस के वर्कआउट के लिए सभी पहलुओं की पड़ताल की जा रही है। विभूति खंड पुलिस के साथ क्राइम ब्रांच को भी जिम्मेदारी सौंपी गई है। आस-पास लगे सीसीटीवी के फुटेज भी देखे जा रहे है, ताकि बदमाशों के बारे में कोई अहम सुराग मिल सके।

मंजिल सैनी, एसएसपी

नंबर गेम

8 डकैतों ने डीएफओ के घर बोला धावा

2.30 घंटे तक घर में किया तांडव

5 सदस्य घर में थे मौजूद

टाइम लाइन

2 न्रू बजे डीएफओ के घर दाखिल हुए नकाबपोश डकैत

2.20 न्रू बजे पूरे परिवार को बंधक बनाया

4.40 न्रू बजे लूट-पाट करने के बाद फरार हुए बदमाश

5 न्रू बजे डीएफओ ने 100 नंबर पर पुलिस को दी सूचना

5.35 न्रू बजे विभूति खंड पुलिस मौके पर पहुंची

8.30 न्रू बजे घटनास्थल पर एसएसपी मंजिल सैनी पहुंची

10 न्रू बजे घटनास्थल पर डीआईजी आरकेएस राठौर