RANCHI: लखपति बनाने का सपना दिखाकर कंपनी में निवेश के बहाने लोगों को भ्0 लाख नहीं, बल्कि करोड़ों का चूना लगाने वाला मास्टर माइंड एजेंट जावेद अंसारी ही निकला। मांडर के करगे निवासी इस नटवरलाल मो जावेद अंसारी की करतूत का खुलासा बुधवार को तब हुआ जब चुटिया थाने में पीडि़तों की लंबी लाइन लग गई। इनमें ठगी की शिकार बिलकिस परवीन और तरन्नुम दोनों दोस्त भी हुई थीं। वहीं, तरन्नुम ने बताया कि कंपनी का एजेंट बनने से पहले जावेद रांची की एक दवा दुकान में भ्0 रुपए की दिहाड़ी पर काम करता था। वह वहां दवा खरीदने जाती थी। इसी दौरान मो जावेद ने उसे अपनी जाल में फंसाया और कहा कि उसने एक कंपनी ज्वाइन की है, जो एक साल में रकम दोगुना करती है। इसके बाद उसने कई महिला को बहन बनाया और निवेश करने का लालच दिया। पैसे दोगुने होने के लालच में किसी ने एलआईसी, किसी ने फिक्स डिपॉजिट तुड़वा कर, तो किसी ने पति के रिटायरमेंट की मोटी राशि कंपनी में जमा करवा दी।

ख्0क्ख् में ही कंपनी बंद

मो जावेद अंसारी ने जिस कंपनी मल्टीनेशनल इंडस्ट्रीज लिमिटेड(सर्टिफाइड कंपनी) रेगड़े ऑफिस, ख्क्/ख्ब् बिराठी एम रोड कोलकाता के नाम पर पैसे की वसूली की थी। वो ख्0क्ख् में ही बंद हो गई थी। इसका खुलासा तब हुआ जब वह कुछ निवेशकों को विश्वास दिलाने कोलकाता ले गया था।

भ्0-म्0 महिलाओं को ठगा

बताया जाता है कि मो जावेद अंसारी रांची की कई महिलाओं से निवेश के नाम पर करोड़ों रुपए उगाही की है। उसने लगभग भ्0 से म्0 महिलाओं को ठगा है। जब पैसे लौटाने की बारी आई तो उसने ऑफिस बंद कर दिया और फरार हो गया। उसके सहयोगियों के मोबाइल भी नॉट रिचेबल बता रहे हैं।

बच्चों की पढ़ाई के लिए जमा किए थे पैसे

ठगी की शिकार बिलकिस परवीन ने बताया कि उसने बच्चों की पढ़ाई व शादी के लिए पैसे का निवेश किया था। तब उसे मालूम नहीं था कि इस तरह वो ठगी जाएगी। उन्होंने कहा कि मो जावेद अंसारी खुद पैसे लेने आता था, नहीं तो वह अपने चचेरे भाई मो अनीश को पैसे लाने के लिए भेजता था।

पति के रिटायरमेंट का दिया था पैसा

कोकर की रहनेवाली बेनादित सोरेन का कहना है कि उसके पति बैंक में पोस्टेड थे। उन्हें बैंक की ओर से रिटायरमेंट के करीब ब् लाख रुपए मिले थे, जिसका निवेश उसने कंपनी में कर दिया था।