-रोज प्रैक्टिस करने वाले खिलाडि़यों को नेट व फुटबाल के सिवा नहीं मिलता कुछ

-सिटी के फुटबॉलर्स का छलका दर्द, कहा नहीं है कोई सहारा

ALLAHABAD: शासन व प्रशासन की उपेक्षा जिले के फुटबाल खिलाडि़यों को अखर रही है। शहर के अंदर संचालित क्लबों में प्रशिक्षण ले रहे फुटबाल खिलाडि़यों की सुविधा पर सरकार ध्यान नहीं दे रही। परिणाम यह है कि ज्यादातर खिलाडि़यों के पास फुटबाल बूट तक नहीं हैं। जो संपन्न हैं वे तो इंतजाम कर लेते हैं, लेकिन जिनकी माली हालत कमजोर है वे समस्याओं से जूझ रहे हैं।

प्रैक्टिस पर पड़ रहा असर

मदन मोहन मालवीय स्टेडियम के सदर बाजार स्थित फुटबॉल स्टेडियम में काफी कुरेदने के बाद दबी जुबान कुछ खिलाड़ी समस्याओं पर बात करने के लिए तैयार हुए। उनके मुताबिक स्टेडियम द्वारा उन्हें प्रैक्टिस के लिए फुटबॉल और नेट दिया जाता है। लेकिन फुटबॉल बूट, ट्रैक सूट के लिए वह अब भी मोहताज हैं। इसका असर खिलाडि़यों की परफॉर्मेस पर पड़ता है। फुटबॉल बूट न होने के चलते उनकी गोल करने की क्षमता पर भी असर पड़ता है।

ट्रैक सूट और अन्य सुविधाएं उन प्लेयर्स को मिलती हैं, जो नेशनल टूर्नामेंट्स में खेलने जाते हैं। जो डेली प्रशिक्षण ले रहे हैं। उन्हें सिर्फ नेट और फुटबाल की व्यवस्था ही दी जाती है।

-हिमांशी

कोच तो हर जगह हैं। वे प्रशिक्षण भी बेहतर देते हैं। बस यही है कि ट्रेनिंग करने वालों को शूज, ट्रैक सूट आदि नहीं देती। इन चीजों की व्यवस्था खुद से करनी होती है।

-कंचन सोनकर

ट्रेनिंग ले रहे हैं। किसी जगह नेशनल या अन्य गेम में खेलने का मौका मिला तो सुविधाएं जरूरी मिलेंगी। हां इतना जरूरी है कि हम प्रैक्टिस नॉर्मल शूज में करते हैं, सेलेक्शन के बाद जब फुटबाल शूज मिलते हैं तो खेलने में थोड़ा अटपटा लगता है।

-अमित कनौजिया

हम यहां फिलहाल प्रैक्टिस करने आते हैं। हमें कोच से मतलब होता है। किसी तरह सुविधाएं हम स्वयं मैनेज कर लेते हैं। नेट व फुटबाल तो प्रैक्टिस के लिए मिलता ही है। यहां सदर बाजार स्टेडियम की जमीन खेलने योग्य बनाए जाने की जरूरत है।

-रजनीश पटेल

नेशनल टूर्नामेंट्स में जिस खिलाड़ी का चयन होता है उसे सारी किट दी जाती है। रही बात स्टेडियम में सुविधा की तो नेट और फुटबाल प्रशिक्षणार्थियों को उपलब्ध कराया जाता है। हां, यह सच है कि फुटबाल बूट न होने से थोड़ी बहुत दिक्कतें आती हैं।

-अरविंद श्रीवास्तव फुटबाल कोच सदर बाजार

24

फुटबाल क्लब शहर में टोटल हैं संचालित

360

फुटबॉलर ले रहे हैं क्लबों में ट्रेनिंग

70

लड़कियां ले रही हैं फुटबाल का प्रशिक्षण

700

रुपए से शुरू होती है एक एवरेज फुटबॉल बूट की कीमत