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JAMSHEDPUR : दैनिक जागरण आई नेक्सट की ओर से साकची आमबगान में शुक्रवार को आयोजित मिलेनियल्स स्पीक के तहत राजनी-टी में युवाओं ने 'बढ़ती महंगाई पर लगाम लगाने के उपाय कितने कारगर, बुनियादी जरूरतों की चीजों के दाम में लगातार वृद्धि क्या लोकसभा चुनाव में चुनावी मुद्दा बनेगा' पर मंथन किया. मिलेनियल्स ने कहा कि जो महंगाई को कंट्रोल करने का दम दिखाएगा, उसे ही वोट मिलेंगे. परविंदर ंिसंह ने चर्चा की शुरूआत करते हुए कहा महंगाई बड़ी गंभीर समस्या है. सरकार जब भी महंगाई को कम करने की बात करती है वैसे-वैसे ही महंगाई बढ़ती जा रही है. जनता सरकार से बार-बार यह मांग करती है कि महंगाई को कम कर दिया जाये, लेकिन और बढ़ जाती है. हमारी आम जरूरतों की चीजें बहुत महंगी होती जा रही है, और कभी-कभी तो वस्तुएँ बाजार से ही लुप्त हो जाती हैं. लोग अपनी तनखा में वृद्धि की मांग करते हैं लेकिन देश के पास धन नहीं है. सिक्के की कीमत घटती जाती है और महंगाई बढती जाती है. जीएसटी लगने से महंगाई आसमान छू गया है. शिक्षा के क्षेत्रमें जिस तरह फीस की बढ़ोतरी हुई उससे यूवा वर्ग आहत है, महंगाई से मध्यम वर्गीय लोग उभर नही पाया है. तेल की किमतों में लगातार वृद्धि हो रही है.

सरकार महंगाई रोकने में फैल
राकेश साहू ने कहा देश में निरंतर 2001 से महंगाई बढ़ती जा रही है, इसे सरकार रोकने में नाकाम रही है, महंगाई के बढने के अनेक कारण होते हैं. महंगाई की समस्या हमारे ही नहीं बल्कि पूरे संसार की एक बहुत ही गंभीर समस्या है जो लगातार बढती जा रही है. आर्थिक समस्याओं की वजह से बहुत से देश महंगाई की समस्या से मुक्त नहीं हो पा रहे हैं. इसपर सरकार को जल्द कुछ करना चाहिए.

जनसंख्या है समस्या
मिलेनियल्स ने चर्चा के दौरान कहा भारत एक विशाल देश है जनसंख्या की दृष्टि से यह दूसरे नंबर पर आता है. हमारे देश में जिस तरह से जनसंख्या बढ़ रही है उस तरह से फसलों की पैदावार नहीं हो रही है. पिछली 2-3 सालों से फसलों की पैदावार में आशा से अधिक वृद्धि हो रही है लेकीन हर साल जनसंख्या में भी वृद्धि हो रही है. देश में अतिवृष्टि और अनावृष्टि दोनों की वजह से ही अन्न की कमी हो रही है. इसी वजह से हमें कभी-कभी विदेशों से अनाज मंगवाना पड़ता है. हमारा देश कृषि प्रधान देश है लेकिन फिर भी देश की समूची अर्थव्यवस्था की वजह से भी कृषि अच्छी वर्षा पर निर्भर करती है. बिजली उत्पादन भी महंगाई को प्रभावित करता है. भारत सरकार ने आम जरूरतों के चीजों के मूल्यों को घटाने आश्वाशन दिए थे लेकिन कीमतों को घटाने की जगह पर और अधिक बढ़ा दिया.

जमाखोरी महंगाई का कारण
युवाओं ने कहा उपज की कमी से भी महंगाई बढती जा रही है. जब सूखा पड़ने, बाढ़ आने और किसी वजह से जब उपज में कमी हो जाती है तो महंगाई का बढना तो आम बात हो जाती है. यह बहुत ही दु:ख की बात है कि हमारी आजादी के इतने सालों बाद भी किसानों को खेती करने के लिए सुविधाएँ प्राप्त नहीं हैं. अगर सरकार किसानों पर ध्यान देगी तो जमाखोरी खत्म हो जाएगी. जमाखोरी से भी महंगाई की समस्या बढती है. कालाबाजारी की वजह से लोगों को खाने के लिए अन्न भी नहीं मिल पाता है. जब-जब मंडी में माल आता है तब अमीर लोग उसे खरीदकर अपने गोदामों में भर लेते हैं. वस्तुओं की अधिक जरूरत पड़ती है तो उनकी कीमत बढ़ जाती है. इस तरह व्यापारी अपने माल की मनमानी कीमत वसूलते हैं. जब-जब देश में सूखा पड़ता है तब व्यापारियों को बहुत लाभ होता है. सरकार ने इस अर्थव्यवस्था के खिलाफ बहुत से कानून बनाए हैं लेकिन फिर भी भ्रष्ट अधिकारी व्यापरियों का साथ देते हैं. जमाखोरी अगर सरकार खत्म कर देती है, तो आम जरूरतों के चीजों के मूल्यों में बढ़ोतरी नही होगी.

महंगाई को रोकने के उपाय
मिलेनियल्स ने चर्चा के दौरान सरकार को आम जरूरतों की चीजों के मूल्यों को कंट्रोल करने के लिए कई उपाय भी बताए, कहा अगर कोशिश की जाये तो भारत में महंगाई को रोका भी जा सकता है. सबसे पहले सरकार को मुद्रा स्फीति पर रोक लगानी होगी और बजट घाटों को बनाना बंद करना होगा. युवाओं ने कहा देश में यह बहुत दु:ख की बात है कि आज तक किसानों को सिंचाई के लिए आधुनिक साधन प्राप्त नहीं हुए हैं. सरकार को बड़े-बड़े नगरों के विकास की जगह पर गांवों के विकास पर अधिक ध्यान देना चाहिए. पूरे देश के लिए एक तरह की सिंचाई व्यवस्था का आयोजन होना चाहिए. महंगाई को रोकने के लिए समय-समय पर हड़तालें और आंदोलन चलाये गये हैं. महंगाई की वजह से गरीब लोग पहनने के लिए कपड़े नहीं खरीद पाते हैं वे अपनी आम जरूरतों को पूरा करने के लिए गलत रास्ते पर चल सकते हैं इसीलिए गरीबों के लिए कम दाम में वस्तुएँ उपलब्ध करनी चाहिए. इसके साथ सरकार को कालाबाजारी, जमाखोरों को रोकने के लिए बहुत ही सख्त कानून बनाने चाहिए. महंगाई को खत्म करने के लिए जनता को भी सरकार का साथ देना चाहिए. जनता का कर्तव्य है कि महंगी चीजों से दूर रहे उसे महंगाई से होने वाली समस्याओं के बारे में सोचना चाहिए.