वार्ड नंबर 6

(पहले वार्ड 9 था)

GORAKHPUR: सिटी के मेडिकल कॉलेज रोड पर स्थित वार्ड नंबर छह जो पहले वार्ड नंबर 9 था, आधा गांव, आधा शहर है। महराजगंज से आने वाले लोगों का स्वागत करते हुए बोर्ड लगा है- 'चरगावां आपका स्वागत करता है' लेकिन, स्वागत के ये शब्द चरगावां में एंट्री लेते ही हवा हो जाते हैं। बुधवार को दैनिक जागरण आई नेक्स्ट टीम ने जब इस वार्ड में पहुंची तो गेट के पास ही बालू, गिट्टी का गोदाम नजर आया। वार्ड की सड़कों पर गाड़ी चलने से इनकार कर रही थी। एक-दो नहीं, आधा दर्जन सड़कें गड्ढों में तब्दील हैं। इतना ही नहीं, राप्तीनगर फेज 1 में 13 साल पहले बनी दो पानी की टंकी जीडीए और निगम के बीच अधर में फंसी है। वहीं सफाई करने वालों ने पार्क को ही कूड़ादान बना दिया है।

सड़क

चरगांवा ब्लॉक हो या फिर शहर का हिस्सा, करीम नगर रोड सबके लिए इम्र्पोटेंट है। यह रोड टीपी नगर तिराहा से लेकर मानबेला के पास झुंगिया रोड पर मिलती है। शहर को जाम से मुक्ति दिलाने के लिए यह रास्ता कारगर साबित हो सकता है, लेकिन पिछले पांच साल से इस रोड का केवल टेंडर ही होता है, कार्य कभी नहीं होता है। यही हाल वार्ड के कई अन्य सड़कों का भी है।

पानी

नगर निगम और जीडीए के बीच में राप्तीनगर फेज-4 की पांच हजार पब्लिक पीस रही है, लेकिन दोनों विभाग एक-दूसरे को जिम्मेदार बताकर टालमटोल कर रहे हैं। स्थानीय पार्षद दोनाें विभाग में दर्जनों बार लिखित कंप्लेन करके ट्यूबवेल चालू करने का कंप्लेन कर चुके है, लेकिन जीडीए और नगर निगम जिम्मेदारी से पल्ला झाड़ लेते हैं। जीडीए कहता है तो यह पानी की टंकी जीडीए को हस्तांतरित हो गई है तो नगर निगम कहता है कि जीडीए ने जिस हालत में दिया था, ट्यूबवेल और पानी की टंकियां उसी हाल में है।

एन्क्रोचमेंट

चरगांवा वार्ड की हर दूसरी या तीसरी गली में अवैध बालू मंडी बन गई। जनता इंटर कालेज के सामने, सरस्वती विद्या मंदिर के सामने, नवल्स एकेडमी के सामने, रास्तीनगर सब स्टेशन के सामने, खजांची चौराहा और सेमरा रोड पर पूरे साल रोड के किनारे गोदाम रहता है। स्थिति यह है कि बालू लाने-ले जाने वाले ट्रक, ट्रैक्टर-ट्राली से आसपास की सड़कें डैमेज हो गई हैं। पब्लिक नगर निगम के पास जाती है तो वह जीडीए के पास भेजती है और जीडीए नगर निगम के पास भेजती है।

तार

वार्ड नं 6 में जीडीए की 30 हजार स्क्वायर फीट जमीन बिजली के तारों के कारण किसी भी उपयोग में नहीं है। इसमें 10 हजार स्क्वायर फीट जमीन कॉमर्शियल लैंड के लिए छोड़ी गई थी। इस लैंड के ऊपर 33 हजार वोल्ट की भटहट फीडर गुजरी है। वहीं 20 हजार स्क्वायर फीट जमीन स्कूल के लिए छोड़ी गई है, लेकिन जमीन के ऊपर तार गुजरने के कारण जमीन लोग ले नहीं रहे हैं। इसी तरह दो दर्जन से अधिक ऐसे मकान हैं जिनकी छत पर तार गुजरा हुआ है, तार गुजरने के कारण यह घर आज तक दो मंजिला नहीं बन पाया है।

नाला

नगर निगम के अधिकारियों की लापरवाही देखना है तो करीम नगर रोड के किनारे अधूरे नाले को देखा जा सकता है। पिछले छह माह से यह नाला अधूरा पड़ा हुआ है। अब बारिश का मौसम आने में एक से डेढ़ माह है, ऐसे में अब करीम नगर और इंदप्रस्थ कॉलोनी में डूबना तय है। यह रोड केवल 27 से 30 मीटर बनना बाकी है, लेकिन नगर निगम के जिम्मेदार इतनी दूरी का एंक्रोचमेंट नहीं हटा पा रहे, जिससे नाला अधूरा पड़ा हुआ है।

फैक्ट फाइल

वार्ड - चरगावां

पार्षद - गेंदा देवी

कितनी बार से हैं पार्षद- पहली बार

जनसंख्या- 20679

मतदाता- 13908

मोहल्ला

करीम नगर, इंदप्रस्थ कॉलोनी, रेल विहार, राप्तीनगर फेज 1, 2, 3 और 4, चरगांवा ब्लॉक

पब्लिक डिमांड

- सफाई दोनों समय होनी चाहिए।

- हैंडपंप ठीक होने चाहिए।

- नालियों की सफाई नियमित रूप से होनी चाहिए।

- मोहल्ले से टॉवर हटने चाहिए।

- मोहल्ले में पाइप लाइन बिछाने वालों की जांच की जानी चाहिए

- रोड के किनारे बने गोदाम को खाली कराना चाहिए

- पानी की दोनों टंकियां चालू होनी चाहिए।

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कॉलिंग

मोहल्ले में सबसे अधिक परेशानी रोड के किनारे बालू और गिट्टी बेचने वालों से है। पूरे वार्ड में 15 से अधिक जगहों पर इनका एंक्रोचमेंट है। लोगों का रास्ता चलना मुश्किल हो गया है।

धीरज पटेल, बिजनेसमैन

दर्जनों बार कंप्लेन किया जा चुका है, लेकिन यहां की पब्लिक की प्रॉब्लम न जीडीए सुनता है और न ही नगर निगम। नगर निगम को हम वाटर टैक्स देते हैं, लेकिन पानी नहीं मिलता है।

कलावती देवी, हाउसवाइफ

एक दर्जन से अधिक घरों के ऊपर से 11 हजार की लाइन गुजरी है। इस लाइन के डर से लोगों को अपने घर की छत पर ही चढ़ने में डर लगता है।

जय नारायण, रिटायर्ड कर्मी

नाला हो या सड़क, सभी अधूरे कार्य प्रॉब्लम खड़ी करते हैं। कई सड़कों का टेंडर हो गया है, लेकिन कार्य शुरू नहीं हो पाया है।

आलोक जालान, सर्विसमैन

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पार्षद जी जवाब दो

सवाल: विकास कार्यो को लेकर क्षेत्र की जनता संतुष्ट क्यों नहीं है?

जवाब: मैंने अपने स्तर से काफी कार्य कराने की कोशिश की पर हमारी सरकार न होने के कारण हम सफल नहीं हुए। अधिकारियों की लापरवाही के कारण बहुत सारे कार्य अधूरे पड़े हैं।

सवाल: आपके वार्ड में पानी की काफी समस्या है। आपने क्या किया?

जवाब: यह बात सही है कि वार्ड के कुछ इलाकों में पानी की समस्या है। नगर निगम और जीडीए की लापरवाही के कारण दो पानी की टंकी अभी तक चालू नहीं हो पाई है, इसके लिए दर्जनों बार कंप्लेन की हूं, नगर निगम बोर्ड की मीटिंग में मुद्दा उठाई थी।

सवाल: लोगों के घरों के ऊपर से गुजरे बिजली के तारों को हटवाने के लिए आपने क्या कोशिश की?

जवाब: जीडीए और बिजली विभाग की लापरवाही के कारण तार मकान के ऊपर से गुजरे हैं। पिछले एक साल से हल्ला हंगामा करने पर दो लाइन को रोड के किराने शिफ्ट किया गया, जिसके बाद 20 से अधिक मकान बनकर तैयार हुए।