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JAMSHEDPUR: दैनिक जागरण आई नेक्स्ट की ओर से आयोजित मिलेनियल्स स्पिक के तहत मंगलवार को जुबिली पार्क स्थित जयंती सरोवर के पास राजनी-टी कार्यक्रम का आयोजन किया गया. इसमें सभी ने विकास के मुद्दे पर चर्चा की. दैनिक जागरण-आई नेक्स्ट व सतमोला की प्रस्तुति राजनी-टी में विकास के मुद्दे को लेकर युवाओं ने अपनी राय रखी. चर्चा की शुरुआत करते हुए शुभम झा ने कहा कि वर्तमान सरकार के कार्यकाल में विकास बहुत कम हुआ है. जितनी उम्मीद हमें वर्तमान सरकार से थी, उतना विकास नहीं हुआ है. जीडीपी की दर घट रही है, बेरोजगारी बढ़ी है, जो विकास हुआ उससे युवा संतुष्ट नहीं है. देश के विकास के लिए युवाओं को रोजगार मिलना जरूरी है. चर्चा को आगे बढ़ाते हुए सचदेव सिंह ने कहा कि विकास के नाम पर सिर्फ जुमलेबाजी हुई है. बस विज्ञापनों में ही विकास देखने को मिलता है. जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है. विकास सही मायने में सिर्फ अमीर लोगों का हुआ है. आज भी गरीब दो वक्त की रोटी के मोहताज हैं.

विकास बड़ा मुद्दा
मिलेनियल्स ने कहा कि वर्तमान सरकार ने विकास के कई कार्यो की शुरुआत की गई है, लेकिन इसे जमीन पर अच्छी तरह से नहीं उतारा गया है. मिलेनियल्स की मानें तो चुनाव में सबसे बड़ा मुद्दा विकास ही रहेगा. शहर की बात करें तो आज नन-कंपनी इलाकों में सड़कों की हालत अच्छी है. पानी के लिए पाइपलाइन का काम हुआ है. इससे कुछ महीनों में शहर के कई इलाकों में पानी सुविधा मिलने लगेगी. पहले साफ-सफाई की हालत काफी दैनीय थी, पर आज जगह-जगह से कचरों का उठाव हो रहा है. नाले, सड़क, पार्क बनाए जा रहे हैं. आम जरूरत की चीजों पर सरकार ध्यान दे रही है.

बस बनती हैं योजनाएं
सोनी सेन गुप्ता ने चर्चा को आगे बढ़ाते हुए कहा कि सरकार बस विकास के नाम पर सिर्फ योजनाएं ही बना रही है. इनसे आम लोगों का लाभ नहीं हो रहा है. योजनाओं पर सरकारी तंत्र ठीक से कार्य नहीं कर रहा है. बेरोजगारी देश के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा है, अगर सरकार इसे दूर कर लेती है, तो विकास दर तेजी से बढ़ेगा. वही रिंकी ने कहा सरकार का विकास बस विज्ञापनों में दिख रहा है, आज गांव तथा कस्बों में रहने वालों लोगो को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. आज देश के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है, किसी देश का विकास वहां की शिक्षा व्यवस्था से होती है. हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था कैसी है सभी को पता है, सरकारी स्कूलों से टीचर गायब रहते हैं. स्कूल-कॉलेजों में पढ़नेवाले स्टूडेंट्स को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा नहीं मिल रही है, इस पर सरकार को एक बार सोचना चाहिए. अगर देश के विकास में रफ्तार देना है तो शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना होगा.

शिक्षा के क्षेत्र में हो सुधार
मिलेनियल्स ने कहा सरकार स्कूलों पढ़ने वाले बच्चों के सर्वागीण विकास का सपना दिखा रही है, जबकि स्कूलों में शिक्षा के अलावा सब कुछ दिया जा रहा है. स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों के लिए खेल का मैदान, शुद्ध पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिये, शहर से जड़े हुए कई प्राथमिक स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं हैं. जिससे बच्चे घर से ही पानी लेकर स्कूल आते हैं. जिले में 50 प्रतिशत छात्रों को ठंड में स्वेटर ही नहीं दिया गया है.

गांव-गांव में बिजली
मिलेयिल्स ने कहा सरकार ने विद्युतीकरण के लिए काफी कार्य किया है. देश के हर गांव में बिजली पहुंचाने में सरकार सफल हुई है. बिजली मंत्रालय दूसरे मंत्रालय से अच्छा कार्य की है. आज देश ने कोयले बेस्ड ऊर्जा पैदा करने के मामले में काफी तरक्की कर ली है. दीन दयाल उपाध्याय ग्राम ज्योति योजना को लागु कर सरकार ने सभी गांवों तक बिजली पहुंचाने का कार्य किया. सभी को बिजली मिले, इसका पूरा ध्यान रखा गया है. हर गांव में बिजली पहुंचाने की कोशिश में सरकार सफल होती दिखाई दी है.

जनता चुनेगी अच्छी सरकार
मुस्कान ने कहा सरकार ने विकास पर कार्य कम किया है तथा इसके प्रचार प्रसार ज्यादा काम किया है. विकास के नाम पर बस योजनाओं का शिलान्यास हुआ. सरकार यदि जनता को मूर्ख बनाएगी, तो यह हो नहीं सकता. एनएच-33 की बात करें, तो सारी विकास की पोल खोल देती है. जनता समझदार है, वो विकास के मुद्दे पर अच्छी सरकार को चुन कर लाएगी.

सरकार का सराहनीय काम
चर्चा के दौरान मिलेनियल्स ने कहा कि वर्तमान सरकार ने आयुष्मान योजना की शुरुआत कर एक सराहनीय काम किया है. अब हर किसी को हर साल साल पांच लाख का हेल्थ इंश्योरेंस मिलेगा और वो भी बिना किसी प्रिमियम के. हालांकि सरकार हेल्थ के इंफ्रास्ट्रक्चर के डेवलपमेंट के लिए काफी काम करना होगा. सरकार को जवाबदेह भूमिका निभाने की जरूरत है. ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो और भी खराब है. तकरीबन 30 फीसद ग्रामीण आबादी को इलाज के लिए 30 किलोमीटर दूर तक जाना पड़ता है. जो सरकार स्वास्थ्य सुविधाओं में सुधार करेगी उसे ही आमलोगों को समर्थन मिलेगा.

मेरी बात
सरकार का विकास बस विज्ञापनों में दिख रहा है. आज गांव तथा कस्बों में रहने वाले लोगों को मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल रही हैं. आज देश के लिए शिक्षा सबसे जरूरी है, किसी देश का विकास वहां की शिक्षा व्यवस्था से होती है. हमारे देश की शिक्षा व्यवस्था कैसी है यह सभी को पता है, सरकारी स्कूलों से टीचर गायब रहते हैं और कॉलेजों में पढ़ने आने वाले विद्यार्थियों को गुणवत्ता पुर्ण शिक्षा नहीं मिल पाती है. इस पर सरकार को एक बार सोचना चाहिए. अगर देश के विकास में रफ्तार देना है तो शिक्षा व्यवस्था में सुधार करना होगा.

रिंकी

कड़क मुद्दा
सरकार 2014 में विकास मुद्दे पर आई थी, पर उस हिसाब से विकास के कार्य नहीं कर पायी. देश की जनता को वर्तमान सरकार पर विश्वास था. यह सरकार अपनी खामियों को छुपाने के लिए पहले की सरकारों पर आरोप मढ़ती है. हमने विकास करने के लिए सरकार को चुना था न कि पिछली सरकारों पर आरोप लगाने के लिए. झारखंड के अनुसूचित जाति व अनुसूचित जनजाति को समय पर स्टाइपन नहीं मिल रहा है. इससे राज्य के गरीब युवा आहत हैं.

रामदास मुर्मू

इस बार भी चुनाव में विकास ही मुद्दा रहेगा. विकास के नाम पर हर सरकार बस जुमलेबाजी करती है, विकास को रफ्तार देने का कार्य कोई भी सरकार नहीं करती है. आज रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य में विकास के कार्य तेजी से होने चाहिए.

सोहन महतो

विकास बहुत कम हुआ है. वर्तमान सरकार हमारी उम्मीदों पर खरी नहीं उतर पायी. जीडीपी की दर घट रही है, बेरोजगारी बढ़ी है और जितना विकास हुआ है उससे युवा संतुष्ट नहीं हैं. देश के विकास के लिए युवाओं को रोजगार मिलना जरूरी है.

शुभम झा

विकास के नाम पर सिर्फ जुमलेबाजी हुई है, विकास जो होना चहिए वो हुआ ही नही हैं. बस विज्ञापनों में ही विकास देखने को मिलता है, जमीनी हकीकत कुछ और बयां करती है.

सचदेव सिंह

इसबार आंदोलन करने वाली पार्टी और प्रत्यासी को वोट करना पड़ेगा. ताकि बेरोजगारी, भ्रष्टाचार, शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला उत्पीड़न जैसी समस्याएं सड़क से संसद तक पहुंचे. हम ऐसे ही प्रत्याशी को वोट करेंगे.

युधिष्ठिर कुमार

सरकार बस विकास के नाम पर योजना बना रही है. किसी भी योजनाओं से आम गरीबों को लाभ नहीं मिल रहा है. योजनाओं पर सरकारी तंत्र ठीक से कार्य नहींकर रही है. बेरोजगारी देश के विकास में सबसे बड़ा रोड़ा है, अगर सरकार इसे दूर कर लेती है, तो विकास दर तेजी से बढ़ेगा.

सोनी सेन गुप्ता

सरकार गवर्नमेंट स्कूलों पढ़ने वाले बच्चों के सर्वागीण विकास का सपना दिखा रही है, जबकि स्कूलों में शिक्षा के अलावा सब कुछ दिया जा रहा है. मिड-डे मील योजना में हर माह सरकार का करोड़ों रुपया बर्बाद हो रहा है. सरकार द्वारा मीनू के हिसाब से खाना तैयार होना है लेकिन स्कूलों में हर दिन बच्चों को खिचड़ी दी जा रही हैं.

ममता

सरकार ने विकास के नाम पर सिर्फ सड़कों के निर्माण किए हैं. अन्य चीजें जस की तस है. एजुकेशन क्षेत्र में कार्य हुआ ही नहीं है. कई प्राथमिक स्कूलों में पीने के पानी की व्यवस्था नहीं है. इससे बच्चे घर से ही पानी लेकर स्कूल आते हैं. जिले में 50 प्रतिशत छात्रों को ठंड में स्वेटर ही नहीं दिया गया है. स्कूल में टायलेट बना दिए हैं, लेकिन इनका उपयोग छात्रों को नहीं करने दिया जाता हैं.

खुशबू कुमारी

सरकार ने विकास का कार्य कम और प्रचार ज्यादा किया है. विकास के नाम पर बस योजनाओं का शिलान्यास हुआ. एनएच-33 की बात करें, तो सारी की सारे विकास की पोल खोल देती है. जनता समझदार है, वो विकास के मुद्दे पर अच्छी सरकार को चुन कर लाएगी.

मुस्कान परवीन

स्वास्थ्य के क्षेत्र में विकास होना बहुत बाकी है. स्वास्थ्य सेवा की दशा संसाधनों के अभाव में बहुत बुरी है. ग्रामीण क्षेत्रों की स्थिति तो और भी खराब है. तकरीबन 30 फीसद ग्रामीण आबादी को इलाज के लिए 30 किलोमीटर दूर तक जाना पड़ता है. आने वाली सरकार से यही मांग रहेगी यह सारी समस्याओं को दूर करे.

तुलसी सोरेन

सतमोला खाओ कुछ भी पचाओ

चर्चा के दौरान एनएच-33 का मुद्दा भी उठा. मिलेनियल्स ने कहा कि केंद्र और राज्य में एक ही पार्टी की सरकार है, लेकिन एनएच-33 के जल्द निर्माण को लेकर किसी की नजर नहीं गई. जब चुनाव का समय आया तो जैसे-तैसे इसकी मरम्मत कर दी गई.