-मंडी समिति आंवला ने सौंपी रिपोर्ट, जल्द जांच होगी फाइनल

BAREILLY: 2 करोड़ के उर्द दाल घोटाले की जांच फाइनल होने वाली है। अभी तक की जांच में मंडी के 10 व्यापारियों के जरिए सस्ती दाल खरीदने का मामला सामने आया है। मंडी समिति आंवला ने एडीएम फाइनेंस को रिपोर्ट सौंप दी है। अब सिर्फ तहसीलदार आंवला और जिला कृषि अधिकारी की रिपोर्ट आनी बाकी है। दाल खरीद करने वाली एजेंसी पीसीएफ के रीजनल मैनेजर से भी मामले में रिपोर्ट मांगी गई है। इन दोनों अधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद जांच फाइनल कर डीएम को भेज दी जाएगी। मंडी समिति की रिपोर्ट में 10 ट्रेडर्स ने 10,410 क्विंटल उर्द दाल खरीदी थी। यह दाल 1 अक्टूबर 2017 से 31 जनवरी 2018 तक खरीदी गई थी। बताया जा रहा है कि इन्हीं ट्रेडर्स के जरिए सस्ती दाल खरीदकर महंगी रेट वसूलने की कोशिश हुई थी।

527 फर्जी किसान किए गए थे तैयार

बता दें कि जन उत्थान बहुउद्देशीय सहकारी समिति लिमिटेड खेड़ा ने आलमपुर जाफराबाद ब्लॉक के साकरपुर नगला और भोलापुर सेंटर पर 527 फर्जी किसान तैयार कर 12261 क्विंटल उड़द दाल मार्केट व मंडी से खरीदकर 2,20,68,800 रुपए एक्स्ट्रा पेमेंट कराने का प्रयास किया था। पेमेंट से पहले चेकिंग में मामला पकड़ा गया तो डीएम ने एडीएम एफआर जगतपाल सिंह, ज्वॉइंट कमिश्नर और सहायक निबंधक सहकारिता वीर विक्रम सिंह, तहसीलदार व नायब तहसीलदार की ज्वॉइंट टीम ने जांच कराई तो घोटाले की सारी परतें सामने आ गई। डीएम के आदेश पर प्रेमनगर थाना में पीसीएफ मैनेजर आलोक कुमार, समेत 6 लोगों पर एफआईआर दर्ज कराई गई थी। पीसीएफ के मैनेजर को सस्पेंड कर दिया गया था और विभागीय जांच शुरू की गई थी।