-धर्मगुरु दलाई लामा का सारनाथ पहुंचने पर हुआ भव्य स्वागत

-आज से शुरू होने वाले दो दिवसीय इंटरनेशनल सेमिनार का करेंगे इनॉगरेशन

-एक जनवरी को गोल्डेन जुबली समारोह में होंगे शामिल

 

वाद्ययंत्र बजाते हुए पहुंचे

दलाई लामा का काफिला जैसे ही सेंट्रल लाइब्रेरी के पास पहुंचा। वहां पर तिब्बती ड्रेस पहने हुए संस्थान के छात्र तिब्बती वाद्ययंत्र टाशी शोल्पा बजाने के साथ नाचते हुए उसे प्रवास स्थल तक ले आये। दलाई लामा के इंटरनेशनल गेस्ट हाउस पहुंचने पर संस्थान के वीसी प्रो। गेशे नवांग समतेन, वज्र विद्या संस्थान के संस्थापक ठंगु रिनपोछे, प्रो। राम शंकर त्रिपाठी, प्रो। एलएन शास्त्री व रजिस्ट्रार डॉ। आरके उपाध्याय सहित अन्य लोगों ने तिब्बती परम्परानुसार खाता भेंटकर उनका वेलकम किया।

 

साथ में है 10 सदस्यीय दल

संस्थान के वीसी पद्मश्री प्रो। नवांग समतेन ने बताया कि दलाई लामा नई दिल्ली से दस सदस्यों संग एयर इंडिया के विमान से यहां पहुंचे हैं। टीम में शामिल लोगों में परम पावन के पर्सनल स्टाफ सहित रसोइये हैं। इनके ही जिम्मे उनके खानपान की व्यवस्था होगी।

 

इन प्रोग्राम के होंगे चीफ गेस्ट

दलाई लामा केंद्रीय तिब्बती उच्च शिक्षा संस्थान के गोल्डेन जुबली समारोह सहित इंटरनेशनल सेमिनार में शामिल होने के लिए सारनाथ में रहेंगे। वे 30 व 31 दिसंबर को आयोजित भारतीय दर्शन व आधुनिक विज्ञान में मन की अवधारणा विषयक इंटरनेशनल सेमिनार का इनॉगरेशन करेंगे। सेमिनार में इनका इनॉगरल स्पीच भी होगा। इसमें फ्रांस के मनोविज्ञानी प्रो। मिचत विटबाल, अमेरिका के प्रो। सिआनरेमान, कनाडा के थुप्तेन जम्पा, श्रीलंका के भिक्षु संघतिलक रत्‌ने सहित कोलकाता, नागपुर, मुंबई, इलाहाबाद, वाराणसी व देश-विदेश के करीब 150 ख्यातिलब्ध विद्वान पार्टिसिपेट करेंगे।

 

बना खास पंडाल

आयोजन के लिए संस्थान के स्पो‌र्ट्स ग्राउंड में विशाल वॉटर प्रूफ पंडाल बन कर तैयार है। इसमें दो हजार लोगों को बैठने के लिए कुर्सियां लगाई गयी हैं। मंच पर दलाई लामा व विशिष्ट अतिथियों को बैठने के लिए अर्ध चंद्राकार सोफा लगाया गया है। यहां पहले दिन इंटरनेशनल सेमिनार का इनॉगरेशन होगा तो इसी पंडाल में 01 जनवरी 2018 को संस्थान के 50 वर्ष पूर्ण होने पर समारोह का आयोजन होगा। जिसको परम पावन दलाई लामा संबोधित करेंगे।

 

 

चप्पे-चप्पे पर सिक्योरिटी

परम पावन की सिक्योरिटी डिस्ट्रिक्ट एडमिनिस्ट्रेशन खास तरीके से कर रहा है। इसमें ड्रोन भी लगाया गया है। साथ ही सिक्योरिटी में दो डिप्टी एसपी, चार एसएचओ, 42 सब इंस्पेक्टर, 100 कांस्टेबल, दो कंपनी पीएसी व फायर ब्रिगेड तैनात है। इसके अलावा बम डिस्पोजल, डॉग स्क्वॉड और सीसी कैमरों से मॉनीटरिंग की जा रही है। दूसरी ओर एंट्री प्वाइंट पर मेटल डिटेक्टर लगाया गया है। यही नहीं परम पावन के ऑफिस धर्मशाला, शिमला से आए सिक्योरिटी फोर्सेज के लोग फ‌र्स्ट लेयर में तैनात हैं।

 

सज गयीं दुकानें

परम पावन के बनारस पहुंचने की भनक लगते ही सारनाथ एरिया में तिब्बत उतर आया। देखते ही देखते केंद्रीय तिब्बती संस्थान के आसपास दुकानें सज गयीं। तिब्बती श्रद्धालुओं से जुड़ी चीजें बिकने लगीं। रोड के किनारे लोकल लोगों ने खाता, अगरबत्ती, मोजा, कपड़े व आयुर्वेदिक दवाओं की दुकानें सजा दीं।