-पछवादून में आवासीय बस्तियों के ऊपर झूल रही बिजली की तारें

-घनी आबादी के बीच से गुजर रही जानलेवा हाई टेंशन लाइन

VIKASNAGAR(JNN): राजस्थान में बारातियों से भरी बस पर बिजली की तार गिरने जैसी घटना पछवादून में भी घटने की आशंका बनी हुई है, बावजूद इसके ऊर्जा निगम कोई भी कार्रवाई नहीं कर रहा है। पछवादून की घनी आबादी वाली बस्तियों में आवासीय भवनों व व्यावसायिक प्रतिष्ठानों को छू कर बिजली की तारें गुजर रही हैं, जबकि कई संपर्क मार्गों पर भी कुछ फीट की ऊंचाई पर तारें झूल रही हैं। इतना ही नहीं यहां घनी आबादी व खेतों के बीच से हाई टेंशन लाइन भी गुजर रही है।

चल रही बिजली की कटौती

कुछ दिन पूर्व ही सोरना डोभरी में बारातियों की एक बस के ऊपर बिजली की तार टूट कर गिरी थी, गनीमत यह रही कि उस समय क्षेत्र में बिजली की कटौती चल रही थी। ऊर्जा निगम हाई टेंशन लाइनों को हटाने के बजाय लोगों से इन क्षेत्रों में आवासीय भवन नहीं बनाने की बात कही जा रही है। पछवादून में डाकपत्थर, डाक्टरगंज, जीवनगढ़, अंबाड़ी, विकासनगर, हरबर्टपुर, रामपुर, सहसपुर, सेलाकुई सहित दर्जनों ग्रामीण क्षेत्रों में बिजली की तारें खतरे का सबब बनी हुई हैं। यहां घनी आबादी के बीच बिजली की तारें आवासीय भवनों को छू कर गुजर रही हैं, विकासनगर के अठ्ठाइस फुटा रोड व मुस्लिम बस्ती में घरों की दीवारों पर तारें चिपकी हुई हैं, जबकि पूरे क्षेत्र में घनी आबादी व खेतों व बागों के बीच से हाई टेंशन लाइन गुजर रही है।

बिजली की तार टूट कर गिर पड़ी

आलम यह है कि कई बस्तियों में तार के जाल इस तरह बिछे हुए हैं। कुछ दिन पूर्व सोरना डोभरी पंचायत में बारात की बस के ऊपर बिजली की तार अचानक टूट कर गिर पड़ी थी, गनीमत रही उस समय बिजली कटौती चल रही थी, जिससे बड़ा हादसा होने से बच गया। बावजूद इसके ऊर्जा निगम तारों को शिफ्ट करने के प्रति लापरवाह बना हुआ है। उधर, ऊर्जा निगम के अधिशासी अभियंता एसके गुप्ता ने कहा कि बिजली की तारों से सुरक्षा के लिए बंच कंडक्टर लगाए जा रहे हैं, जबकि जिन क्षेत्रों से हाई टेंशन लाइनें गुजर रही हैं, उधर आवासीय भवन बनाने से मना करने की अपील की जा रही है।

पहले हो चुकी हैं घटनाएं

हर्बटपुर में करीब दो साल पहले बस के ऊपर सवारी कर रहे नेपाली मूल के पांच लोगों की हाइटेंशन तारों की चपेट में आकर मौत हो गयी थी और करीब एक दर्जन झुलस गए थे। यह घटना भी झूलते तारों के कारण ही हुई थी। इसी के साथ ही करीब तीन साल पहले हर्बटपुर में ही मजार के पास हाइटेंशन की चपेट में ढकरानी के एक युवक की मौत हो गयी थी।