-ष्टरू के आदेश के बाद भी खराब सड़कों को दुरुस्त करने के काम में नहीं आई तेजी, कुछ ही का हुआ सर्वे, अधिकांश की हालत खराब

-जिन सड़कों पर हुआ है पैचवर्क उन पर भी की गई खानापूर्ति, खराब सड़कें बन रही हैं जाम लगने की वजह

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सीएम योगी आदित्यनाथ ने 15 जून तक प्रदेश के हर जिले की सड़कों को गड्ढा मुक्त करने का आदेश दिया है। इसके लिए कमिश्नर से लेकर डीएम तक ने संबंधित विभागों को अपनी अपनी सड़कों पर गड्ढों की पड़ताल कर रिपोर्ट तैयार करने को कहा था लेकिन मई के एक सप्ताह बीत जाने के बाद भी कुछ ही सड़कों का सर्वे हो सका है जबकि अधिकांश सड़कें अपनी बदहाली पर आंसू ही बहा रही हैं। जिन सड़कों के सर्वे के बाद उनके गड्ढों को पाटने के लिए पैचवर्क कराया गया है उसमें भी सिर्फ खानापूर्ति की गई है। जिसके कारण पैचवर्क उखड़ने लगा है। ऐसे में ये कह पाना कि 15 जून तक पीएम के संसदीय क्षेत्र की सड़कें गड्ढा मुक्त हो पाएंगी ये मुश्किल है।

सुस्ती न पड़ जाये भारी

- जिले में सड़कें कई विभागों में बंटी हैं।

- इनमें नगर निगम, पीडब्ल्यूडी, विकास प्राधिकरण और केन्द्रीय राजमार्ग शामिल हैं

- अलग अलग जिम्मेदारी बंटे होने के बाद भी सड़कों की हालत खराब है

- 15 जून की डेड लाइन तय है फिर भी खोदी गई सड़कों पर अब तक काम नहीं शुरू हुआ

- अंधरापुल, कैंट, लहरतारा, महमूरगंज, सारनाथ समेत पाण्डेयपुर दौलतपुर, पाण्डेपुर-पंचक्रोशी मार्ग पर सड़कों का हाल बहुत खराब है

- कुछ सड़कों पर पैचवर्क हुआ है लेकिन ये भी नाम का

- बगैर रोड रोलर चलाये पैचवर्क ऊंचा नीचा होने से हादसे हो रहे हैं।

बेड़ागर्क कर रहा है वर्क

- सड़कों का हाल उस पर कराये जा रहे डेवलपमेंट वर्क के चलते बिगड़ी है

-खोदी गई सड़कों को बनाने के बाद ही उसके आगे काम शुरू कराने का है आदेश

- खोदी गई सड़कों पर पैचवर्क नहीं हुआ है जबकि तुरंत पैचवर्क कराने का आदेश है

- ऐसी सड़कें पब्लिक की मुसीबत बढ़ा रही हैं और बारिश में हालात और बिगड़ सकते हैं

- शहर में फ्लाईओवर्स बनाने व आईपीडीएस का वर्क तो चल ही रहा है। अब गैस पाइप लाइन बिछाने का काम भी शुरू हो गया है

-ऐसे में सीएम के आदेश को फॉलो कैसे किया जाएगा ये सवाल बड़ा है

सड़कों को गड्ढा मुक्त करने के लिए आदेश दिए गए हैं। डेड लाइन तक काम हर हाल में पूरा हो जाये इसको लेकर मॉनिटरिंग भी की जा रही है।

योगेश्वर राम मिश्रा, डीएम

उम्मीद तो है कि सड़कें अच्छी हो जायेंगी क्योंकि शासन गंभीर है लेकिन प्रशासन सुस्त पड़ा है जिसके कारण शहर की सड़कें बदहाल पड़ी हैं।

अभिषेक जायसवाल, महमूरगंज

कोई उम्मीद नहीं है सड़कों के ठीक होने की, जो मेन सड़कें हैं वो तो फिर भी चलने लायक हैं कभी कॉलोनी या किसी गली में जाकर देखिये वहां की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे हैं।

कौशल राय, सिगरा

सीएम आदेश पर आदेश दे रहे हैं लेकिन मातहत कितना पालन करते हैं ये देखने वाली बात है। कोई सुनने वाला नहीं है। सड़कों पर पैचवर्क हो रहा है लेकिन ऐसा कि दस दिन भी नहीं चलेगा।

शिव पाण्डेय, लक्सा