- कांवड़ यात्रा के रूट को अभी तक नहीं किया गया ठीक

- पहले सोमवार पर जलाभिषेक के लिए सैटरडे से निकलेंगे कांवडि़यों के जत्थे

बरेली : सावन का महीना शुरू हो चुका है। इसके साथ मंदिरों में जलाभिषेक के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ने लगी है। गंगा घाटों से जल लेने के लिए सैटरडे से कांवडि़यों के जत्थे रवाना होंगे और मंडे को शिवालयों में पहुंचकर कांवडि़या जलाभिषेक करेंगे। लेकिन इस बार कांवडि़यों को गड्ढों से भरी सड़कों पर होकर शिवालयों तक पहुंचना होगा। कांवडि़यों की सुविधा के लिए सावन का महीना शुरू होने से पहले ही सड़कों की दशा सुधारने के प्रशासन के सभी दावे पूरी तरह फेल नजर आ रहे हैं। अब तक कांवड़ यात्रा के रूट पर सड़कों की दशा सुधारने का काम तक शुरू नहीं हुआ है। ऐसे में कांवडि़यों का सफर मुश्किलों से भरा होगा।

इन रूट से गुजरते हैं कांवडि़या

शहर के अलग-अलग एरिया से कांवडि़यों के जत्थे बदायूं के कछला गंगा घाट, गढ़मुक्तेश्वर और हरिद्वार से जल लेने के लिए जाते हैं। इसमें भी करीब 75 परसेंट कांवडि़ए कछला गंगा घाट से जल लेकर आते हैं। कांवडि़यों के जत्थे शहर में बदायूं रोड, चौपुला-सीबीगंज रोड, पीलीभीत बाईपास रोड, स्टेडियम रोड से होकर गुजरते हैं, लेकिन इन सभी सड़कों पर कई जगह गहरे गड्ढे हैं, जिन पर अब तक पैचवर्क तक नहीं कराया गया है।

कहां-कहां सड़क बदहाल

बदायूं रोड- नेकपुर चीनी मिल से पराग फैक्ट्री तक कई जगह सड़क पर गहरे गड्ढे हैं। इसके साथ ही चौपुला पुल की सड़क भी बदहाल है। लाल फाटक पर आरओबी का निर्माण अधूरा होने के चलते कछला गंगा घाट से जल लेकर आने वाले कांवडि़यों के ज्यादातर जत्थों को इसी बदहाल सड़क पर होकर गुजरना होगा।

ि1दल्ली रोड - चौपुला चौराहा से किला पुल होते हुए सीबीगंज तक भी सड़क बदहाल है। बारिश होने के बाद सड़क की दशा और ज्यादा खराब हो चुकी है। हरिद्वार और गढ़मुक्तेश्वर जाने वाले कांवडि़यों के जत्थों को इसी बदहाल सड़क से गुजरना पड़ेगा।

सेटेलाइट रोड- खुर्रम गौटिया से सेटेलाइट चौराहा तक की सड़क पर भी कई जगह गहरे गड्ढे हैं, इसके अलावा यहां ओवरब्रिज का निर्माण भी चल रहा है, इसके चलते इस रोड पर भी कांवडि़यों का सफर मुश्किल भरा होगा।