-बरसात में छात्रों की फजीहत तय

VIKASNAGAR ब्लाक क्षेत्र अंर्तगत एक दर्जन से अधिक विद्यालयों को मरम्मत की दरकार है। अधिकांश भवनों के दरवाजे, खिड़की टूटी हुई हैं, जबकि छत से पानी टपकता रहता है। भवनों की मरम्मत नहीं होने के चलते बरसात के मौसम में नौनिहालों की फजीहत होनी तय है।

सर्व शिक्षा अभियान के तहत बजट आवंटन बंद होने से ब्लाक के एक दर्जन से अधिक विद्यालय भवन जीर्ण शीर्ण हालत में हैं, जबकि कई विद्यालयों में पिछले तीन वर्षों से निर्माण कार्य अधूरे पड़े हैं, जिसके चलते बरसात के मौसम में पठन पाठन प्रभावित होता है। अधिकांश विद्यालयों के भवनों में छत व दीवारों से पानी टपकने के चलते विद्यालय बंद करने पड़ते हैं, जबकि विभाग बजट का रोना रोकर मरम्मत कराने से हाथ खड़े कर रहा है। यह आलम तब है जब सरकारी स्कूलों की शैक्षिक गुणवत्ता में सुधार लाने के सरकार बड़े जोर शोर से दावे कर रही है, मगर सरकारी दावे सिर्फ शिक्षकों के प्रशिक्षण तक ही सीमित हैं, विद्यालयों में शैक्षणिक माहौल बनाने के लिए मूलभूत सुविधाएं विकसित नहीं की जा रही हैं, लिहाजा जीर्ण शीर्ण भवनों में भविष्य निर्माण करना सरकारी विद्यालयों में अध्ययनरत नौनिहालों की नीयति बन गई है। उधर, जिला परियोजना अधिकारी व जिला शिक्षा अधिकारी बेसिक पदमेंद्र सकलानी ने कहा कि विद्यालयों की मरम्मत का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है, बजट स्वीकृत होने पर प्राथमिकता के आधार पर आवंटन कर दिया जाएगा।

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जीर्ण शीर्ण विद्यालय भवन: राप्रावि सोरना, राप्रावि रुद्रपुर, जूहा स्कूल रुद्रपुर, राप्रावि उदियाबाग, राप्रावि विकासनगर प्रथम, राप्रावि विकासनगर द्वितीय, राप्रावि डाक्टरगंज, राप्रावि नवाबगढ़, राप्रावि जीवनगढ़, राप्रावि तेलपुर, राप्रावि डाकपत्थर, राप्रावि हरिपुर, कन्या जूहा स्कूल हरबर्टपुर, राप्रावि बैरागीवाला, राप्रावि जस्सोवाला।