नगर निगम का सावन से पहले सड़कें दुरुस्त कराने का दावा हुआ फेल

कांवरियों के लिए राह में रोड़ा बनेंगी जर्जर सड़कें, कई जगह पर गिट्टी गिरा कर छोड़ा

VARANASI

वक्त तो खत्म हो गया लेकिन तैयारी पूरी नहीं की जा सकी। नगर निगम के कर्मचारियों को सुबह सात बजे से सड़क पर उतर कर काम को अंजाम देना था। लेकिन इसका असर कुछ चंद जगहों पर ही देखने को मिला। शहर की जर्जर सड़कों को सावन से पहले दुरुस्त कराने का नगर निगम का दावा खोखला ही साबित हुआ। कांवरियों के आने-जाने वाले मार्गो को अब तक दुरुस्त नहीं कराया जा सका है। नगर निगम ने युद्धस्तर पर काम शुरू कराया लेकिन काम कुछ ही जगहों पर होता दिखा। अधिकतर रोड खराब ही पड़ी हैं। बारिश होने के कारण सड़कें और भी ज्यादा खस्ताहाल हो गयी हैं।

कुछ दिन पहले नगर निगम की कमान सीडीओ व प्रभारी नगर आयुक्त विशाख जी को सौंपी गयी है। लेकिन चंद दिनों में शहर की सूरत बदल पाना आसान नहीं है। उन्होंने सावन शुरू होने से पहले सड़कों का हाल दुरुस्त करा लेने का दावा किया था। इसके लिए उन्होंने सभी कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी थीं और काम को युद्धस्तर पर भी शुरू करा दिया। सभी कर्मचारियों को सुबह से ही सड़कों पर उतरकर काम कराने का निर्देश दिया गया। लेकिन बारिश के चलते सड़क को ठीक करने का काम ठप हो गया। नियम के अनुसार इस मौसम में सड़क के निर्माण का काम नहीं होता। लेकिन सावन को देखते हुए काम शुरू कराया गया। सड़कों का जो हाल है उसे फौरी तौर पर काम चलाऊ बनाया जाने लगा है लेकिन उस चलना अब भी किसी दुश्वारी से कम नहीं है।

उमड़ती है लाखों भक्तों की भीड़

सावन माह काशी के साथ ही कई जिलों व स्टेट्स से आने वाले कांवरियों और श्रद्धालुओं के लिए बहुत बड़ा स्थल है। शहर में कई शिवालय होने के चलते ज्यादातर रास्तों से कांवरिये गुजरते हैं लेकिन इन रोड्स का हाल काफी बुरा है। सड़कों पर गिट्टियां उभर आयी हैं जो कांवरियों के पैरों को लहूलुहान कर देंगी। कांवरियों के जत्थे में ज्यादातर भक्त नंगे पाव चलते हैं।

सड़कों पर पैच करने में हुआ खेल

बर्बाद हो चुकी सड़कों को चलने लायक बनाने के लिए नगर निगम ने पैच वर्क शुरू कराया था। लेकिन इस काम को देखा जाए तो नगर निगम और सरकारी महकमे की लापरवाही साफ दिख जाएगी। कहीं पर पैच वर्क हुआ लेकिन ज्यादातर सड़कों पर गिट्टी डालकर छोड़ दिया गया है। नगर निगम के जिम्मेदार अधिकारियों ने या तो काम ठीक से नहीं कराया या इसमें कोई खेल किया गया है। यहीं गिट्टी श्रद्धालुओं और कांवरियों के लिए खतरा बन सकती है।

ये सड़कें हैं दर्दनाक

सावन में कांवरियों का हुजूम शहर और रूरल एरिया में स्थित शिवालयों पर जलाभिषेक को पहुंचता है। शहर में आने वाली रोड्स जिनमें वाराणसी-लखनऊ बाइपास मार्ग, भोजूबीर-बसही मार्ग, शिवपुर, लहरतारा, चौबेपुर-पहडि़या, पांडेयपुर-लालपुर, सिगरा, महमूरगंज के रास्ते दयनीय हाल में हैं। पुलिस लाइन से पांडेयपुर और सांस्कृतिक संकुल और पांडेयपुर से खजुरी जाने वाले मार्ग की हालत काफी जर्जर हो चुकी है। उधर आशापुर, पंचक्रोशी मार्ग का भी बुरा हाल है।